पापा की परी प्रीती-5

पिछला भाग पढ़े:- पापा की परी प्रीती-4

बाप-बेटी सेक्स स्टोरी अब आगे-

प्रीती ने टांगें उठाई हुए थी और हाथ नीचे करके अपनी फुद्दी की फांकें चौड़ी की हुई थी। प्रीती की गुलाब-गुलाबी गीली फुद्दी मेरे सामने थी। मेरी आंखें जवान प्रीती की गुलाबी फुद्दी से हट ही नहीं रही थी। मन तो कर रहा था, “मां चुदाने गयी चुसाई, सीधा लंड ही डालता हूं इस टाइट फुद्दी में और करता हूं इसकी चुदाई।”

प्रीती बोली, “क्या देख रहे हो लो पापा? क्या सोच रहे? ये तो रही आपकी बेटी की फुद्दी आपके सामने, आ जाओ, जो करना है करो – चूसो, चाटो, चोदो।”

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