दीदी ने सिखाया मुझे सेक्स करना-3

पिछला भाग पढ़े:- दीदी ने सिखाया मुझे सेक्स करना-2

भाई बहन सेक्स कहानी अब आगे-

सुधा दीदी मेरे सामने पूरी तरह से नंगी खड़ी थी और अपने नाज़ुक हाथों से मेरे लंड को सहला रही थी। कपड़े के ऊपर से भी उनके मुलायम हाथों की छुअन मुझे और ज्यादा उकसा रही थी। मैं धीरे-धीरे अपने कपड़े उतारने लगा। हर बटन खोलते ही दीदी का चेहरा और गहरा होता जा रहा था। उनकी आँखों में हल्की घबराहट थी, लेकिन होंठों पर एक शर्मीली मुस्कान भी झलक रही थी। जैसे-जैसे मेरी शर्ट नीचे गिरी, दीदी की साँसें तेज़ होती चली गई और उनकी नज़रों में एक अजीब चमक आ गई।

मैंने अपनी पैंट और अंडरवियर भी धीरे-धीरे उतार दिए। अब मैं पूरी तरह उनके सामने नंगा खड़ा था। दीदी का चेहरा और लाल हो गया, वह एक कदम और करीब आई। उनके गर्म हाथ धीरे-धीरे मेरे खड़े लंड को पकड़ने लगे। उनकी उँगलियों की नरमी मुझे भीतर तक हिला रही थी। जब वह धीरे-धीरे ऊपर से नीचे और फिर नीचे से ऊपर चलाती, तो मेरा पूरा शरीर काँप उठता। हर स्पर्श मेरे दिल की धड़कन को और तेज़ कर देता, जैसे मेरी साँसें रुक सी जाएँ। उनका इतना पास खड़ा होना, उनकी गर्म साँसें मेरे सीने से टकराना और उनका हाथ मेरे सबसे पसंदीदा हिस्से पर खेलना, ये सब मुझे पागल कर रहा था।

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