नेहा दीदी और मेरा सिक्रेट अफेयर-7

पिछला भाग पढ़े:- नेहा दीदी और मेरा सिक्रेट अफेयर-6

भाई-बहन सेक्स कहानी अब आगे-

नेहा दीदी मेरे सामने बिस्तर पर पूरी तरह से नंगी लेटी थी। उनके खुले हुए बदन को देख कर मेरी सांसें तेज़ हो गई। उनका गोरा-पतला पेट हल्की-सी साँसों के साथ ऊपर-नीचे हो रहा था, जैसे हर पल मेरी नज़रों को अपनी ओर खींच रहा हो। उनकी गर्दन लंबी और कोमल थी, जिस पर हल्की नसें साफ झलक रही थी और उनके गले से नीचे उतरती हुई रेखा उनके सीने तक जाती थी।

उनकी क्लीवेज गहरी और मोहक लग रही थी, जैसे मेरी आँखें उसमें खो जाएँ। उनके गोल और भरे हुए स्तन हल्के-हल्के हिल रहे थे, जैसे मेरे दिल की धड़कनों के साथ तालमेल बैठा रहे हों। निप्पल गाढ़े गुलाबी और सख्त होकर खड़े थे, मानो मेरी छुअन का इंतज़ार कर रहे हों।