पापा की परी प्रीती-7

पिछला भाग पढ़े:- पापा की परी प्रीती-6

बाप-बेटी सेक्स स्टोरी अब आगे-

प्रीती का गांड चुदवाने का मन था, मगर प्रीती की टाइट गांड के छेद में मेरा लंड जा नहीं रहा था, और मैं ज़बरदस्ती करना नहीं चाहता था। आखिर जो भी था प्रीती थी तो मेरी बेटी ही। प्रीती मेरी उलझन समझ गयी। उसने खुद ही मेरा मोटा लंड अपनी गांड में डालने का फैसला कर लिया। प्रीती ने मुझे बिस्तर पर लेटने के लिए कहा और मेरे ऊपर आ कर अपनी गांड और मेरे लंड पर क्रीम लगा कर उस पर बैठ कर लंड अपनी गांड के अंदर लेने लगी।

अब प्रीती की गांड का छेद तो टाइट ही था और मेरा लंड भी मोटा था ही। फिर भी प्रीती ने हिम्मत नहीं हारी और वो रुक-रुक कर लंड पर क्रीम लगा रही थी, और लंड अंदर करने की कोशिश कर रही थी। प्रीती की इन कोशिशों के बाद मेरा आधा लंड प्रीटी की गांड के अंदर चला गया।