भोली रानी की सुहागरात-9

पिछला भाग पढ़े:- भोली रानी की सुहागरात-8

हेलो दोस्तों, तो अब तक आपने पढ़ा कि हम बाहर से घूम के घर आए और हम तीनो फ्रेश हुए। फिर भाभी ने मुझे फिर से वहीं वाला दूध दिया जो उन्होने सुहागरात वाले दिन दिया था। मैंने भी दूध पी लिया। फिर कुछ देर बाद भाभी फिर से रानी की सिकाई के लिए गरम पानी ले आई और बोली-

भाभी: रानी जल्दी से अपने कपड़े खोलो, मैं तुम्हारी सिकाई कर देती हूँ।

रानी को भी दर्द हो रहा था, तो उसने भी बिना ना-नुकुर करते हुए झट से अपने कपड़े खोल दिये और अपनी सिकाई करवाने लगी।

Leave a Comment