दो गायें और दो सांड-13

पिछला भाग पढ़े:- दो गायें और दो सांड-12

(निकहत की नमकीन फुद्दी का रसपान)

निकहत ने अपनी पीठ सोफे के साथ टिका दी और दोनों टांगें उठा कर सोफे पर रखी, और टांगें चौड़ी कर दी। निकहत ने नीचे हाथ करके एक बार चूत में ऊपर-नीचे किया और पूरा लंड अपनी चूत में डाल लिया। लंड चूत में डालते हुए निकहत ने एक सिसकारी ली और बोली, “आअह आंटी ये तो असली जैसा ही लग रहा है। मेरी तो फुद्दी जैसे भर गयी है जैसे जब असलम का लंड फुद्दी में जाता है, तब मेरी फुद्दी भर जाती है।”

निकहत ने तीन-चार बार लंड अंदर-बाहर करके लंड अपनी चूत में से निकाल लिया और बोली, “और आंटी ये बाकी के जुगाड़ कैसे लेते हैं?”

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