कुणाल की मां की चुदाई-1

दोस्तों मेरा नाम धीरज है, और मैं अपने दोस्त की मां की चुदाई कहानी आपके सामने लेके हाजिर हूं। चलिए शुरू करते है।

एक स्कूल से दसवीं क्लास की पढ़ाई करने के बाद मैंने नए स्कूल में दाखिला लिया। वहां मेरा एक नया दोस्त बन कुणाल नाम का। शुरू-शुरू में मैं उसको खास पसंद नहीं करता था, लेकिन धीरे-धीरे वो मेरा घनिष्ठ मित्र बन गया। फिर एक दिन जब पेरेंट्स मीटिंग थी, तो मैंने और कुणाल ने एक ही समय पर स्कूल में जाने की योजना बनाई। उस दिन जब मैं अपनी मम्मी के साथ स्कूल में पहुंचा, तो मैंने पहली बार कुणाल की मम्मी को देखा।

कुणाल की मम्मी का नाम मेघा है। जिस दिन मैंने उसको पहली बार देखा, तो मेरा मुंह खुला का खुला रह गया। उनको देख कर लग ही नहीं रहा था कि वो कुणाल की मम्मी थी। वो थी तो 38 साल की लेकिन आराम से 28 साल की लड़की को भी टक्कर दे सकती थी। कुणाल की मम्मी मॉडर्न भी थी। जहां मेरी मम्मी ने साड़ी पहनी हुई थी, वहां उसकी मम्मी जींस के साथ शर्ट पहन कर आई थी। उनकी कसी हुई जींस में उनकी जांघें और गांड देख कर कोई भी लड़का उनका गुलाम बनने को तैयार जो जाएं। मेरा भी कुछ ऐसा ही हाल था।

फिर मैंने उनके पैर छुए। उनके गोरे पैर छूते वक्त मैंने फैसला कर लिया था कि एक दिन मैं इसी की टांगें उठाऊंगा बिस्तर पर।