हेलो दोस्तों, मेरा नाम करिश्मा है। मैं अभी 38 साल की हूं। मेरा रंग गोरा, बदन छरहरा, फिगर 34-28-34 है। मैं अपनी कॉलेज लाइफ से ही बहुत ज्यादा सेक्सी थी, जिसकी वजह से मेरे कई सारे दोस्त बन गए थे, और मैं तब से ही चुदवाना शुरू कर दी थी।
जब शादी हुई तब केवल पति के साथ ही चुदाई करती थी। लेकिन पति भी काम के सिलसिले में साल-साल पर बाहर रहने लगे। तब केवल साल में एक बार ही मेरी चूत की चुदाई हो पाती थी। मैं बहुत ज्यादा प्यासी रहने लगी थी।
फिर मेरे बेटे सोनू के स्कूल के क्लास टीचर, जो उसे बहुत ज्यादा मानते थे, वह मुझ पर लाइन मारने लगे। मैं कुछ दिन तो इग्नोर करती रही। पर मुझसे भी अब ना रहा गया, और मैं भी उन्हें स्माइल देने लगी। फिर वह समझ गए और उन्होंने मेरे बेटे के कॉपी में अपना नंबर लिख कर मुझे दे दिया। मैं नंबर लेकर बात करना शुरू की, और फिर हम दोनों नजदीक आये, और वह मेरे बेटे को पढ़ाने के बहाने से घर आते और मेरी चुदाई करने लगे।
हम दोनों की रिलेशनशिप कई सालों तक इसी तरह चलती रही। लेकिन फिर उनका कहीं तबादला हो गया, और वह चले गए। उसके बाद मैं फिर से प्यासी रहने लगी।
इसी बीच मेरा सोनू 19 साल का हो चुका था, और वह बहुत ही ज्यादा प्यारा था। मैं उसे बचपन से ही बहुत ज्यादा प्यार करती थी। उसे दुलार में अपने गोद में ले लेती, और उसके पूरे चेहरे को चूम लेती थी। वह भी मुझे मेरे गाल और होंठ पर चूम लेता।
सोनू मेरा इकलौता बेटा है। इसलिए मैं उसे बहुत ज्यादा प्यार करती हूं अभी भी। जब भी वह बाहर से मेरे पास आता है, मुझे अपनी बाहों में पकड़ कर मेरे गाल को चूम लेता है। मैं भी उसे अपनी बाहों में लेती, उसके होंठ पर होंठ रख कर हल्का सा किस्स कर देती, और फिर स्माइल देकर उसे खाना दे देती।
मैं मुंबई की एक मॉडर्न कॉलोनी में रहती थी, जहां पर सभी प्रकार के लोग रहते थे। यहां पर ऐसी औरतें रहती थी जो हमेशा जींस टॉप पहनती थी। मैं भी जींस टॉप पहनने की अब आदि हो गई थी। मैं घर पर होती तो नाइट ड्रेस, या सलवार सूट, या हाफ पेंट टी शर्ट में रहती, और बाहर जाती तो जींस टॉप में जाती।
बात पिछले साल की गर्मियों की है जब बहुत ज्यादा गर्मी की हुई थी। मई का महीना था। सभी लोग वाटर पार्क में इंजॉय करने के लिए जाते थे। तब मैं भी अपने बेटे से बोली कि, “क्या हम लोग भी एंजॉय करने चले?” तब मेरा बेटा मेरे गाल को चूमते हुए और बहुत ज्यादा खुश होते हुए बोला कि, “हां मां चलते है।”
फिर हम दोनों वहां से कार में निकल गए। कार को मैं ही ड्राइव कर रही थी। मैंने वहां पहुंच कर कार पार्क की। उसके बाद वाटर पार्क के मालिक से मिली। फिर मैंने पैसे जमा किए, और उन्होंने हमें हाफ पैंट और हाफ शर्ट दिए, जिसे जाकर ड्रेसिंग रूम में हम दोनों ने चेंज की।
वाटर पार्क का माहौल बहुत ही ज्यादा मस्त था। वाटर पार्क में बहुत सारे कपल्स थे, और लड़के लड़कियां थी, जो आपस में सट के मजे कर रहे थे और डांस कर रहे थे। तभी मेरा बेटा मेरी कमर को पकड़ा और मुझे लेकर पानी में कूद गया। मैं उसे पकड़ ली थी।
मैं इस तरह के अचानक हमले से थोड़ी घबरा गई थी। पर वह मुझे मेरे कमर से पकड़ कर पानी में ले आया। वाटर पार्क में काफी मस्त माहौल था। गाने बज रहे थे। सभी लोग आपस में सट के डांस कर रहे थे फिर हम मां-बेटे ने भी आपस में कपल्स की तरह डांस करना शुरू कर दिया। पानी उछल रहा था, और हम दोनों को भिगो रहा था।
टी-शर्ट के ऊपर से मेरी ब्रा दिखने लगी थी। मेरा बेटा मुझे अपनी बाहों में पकड़ कर मेरी चूचियों को अपनी छाती में महसूस कर रहा था, और डांस का आनंद ले रहा था। मैं भी उसकी बाहों में जकड़ी हुई थी, और मुझे भी मजा आ रहा था।
अगल-बगल और भी लड़के-लड़कियां डांस कर रहे थे। कुछ लोग तो एक-दूसरे के पानी के भीतर से ही उंगली डाल कर सहला रहे थे। कोई अपना लंड को हिला रहा था, पर सभी एंजॉय कर रहे थे। तभी मुझे मेरी चूत पर किसी की उंगली महसूस हुई।
मुझे लगा कि मेरा बेटा मेरी चूत को सहलाने लगा, पर वह हाथ उसका नहीं था। उसके दोनों हाथ मेरे पेट पर थे। वह मुझे पीछे से जकड़ कर नाच रहा था। मेरे पास में नाच रहे एक लड़के ने मेरे साथ यह हरकत करना शुरू किया था। मुझे लगा कि पानी के भीतर से मेरी चूत सहला रहा था। पर यदि मेरे बेटे को पता चला तो उसे अच्छा नहीं लगेगा। इसलिए मैंने उसे हटा दी।
पर वह नहीं माना और बार-बार मेरी चूत पर उंगली ले जाकर सहलाने लगता। मैं भी अब मदहोश हो रही थी। मैं अपने बेटे और उससे अलग हुई और आगे जाकर अकेले डांस करने लगी। तभी मेरा बेटा भी मेरे पास आ गया, और मेरी गांड के बीच अपने लंड फसा कर नाचने लगा।
वह लड़का यहां नहीं आया था, मैं अपने बेटे को आगे खींची, और उसके गाल को मसलते हुए बोली, “बहुत ज्यादा शैतान हो गया है मेरा बेटा।” वह हंसते हुए शर्मा कर नीचे देखने लगा। मैं ध्यान दी तो वह मेरी चूचियों को देख रहा था। मैंने फिर से उसके गाल मसले तो वह मुझे में से लिपट गया, और अपने सर को मेरे चूचियों पर रख दिया। हम दोनों अभी भी नाच रहे थे। इतनी गर्मी में हम दोनों मां-बेटे इस पानी में खूब मजा ले रहे थे।
पानी के भीतर से मेरे बेटे का लंड मेरे चूत पर लगने लगा था। मैं अब मदहोश हो रही थी। मेरी चूत की गर्मी जाग रही थी। मुझसे रहा ना गया और मैं पानी के भीतर से ही अपने बेटे के लंड को पकड़ ली। वह मुझे देख कर मुस्कुराया और मेरे गले लग कर मेरे गर्दन पर किस्स कर दिया।
अगल-बगल सभी लोग नाच रहे थे। मुझे देख कर अजीब लगा कि कोई देखेगा तो क्या सोचेगा। फिर मैं उसके बाल को सहलाई और उसके लंड को पानी के भीतर सहलाने लगी, और डांस करने लगी, ताकि लोगों को पता ना चले कि हम दोनों क्या कर रहे थे।
वैसे भी उसे वाटर पार्क में कई सारे लोग ऐसी हरकत कर रहे थे पानी के भीतर। पर हम दोनों मां बेटे थे, और लोगों को शक होता तो अनर्थ हो जाता। इसलिए मैं उसके लंड को छोड़ दी, और फिर मैं उसे बोली कि, “चलो अब चलते हैं।” वह मेरी बातों को समझ गया, और मुस्कुराता हुआ मेरे साथ चलने लगा। फिर हम दोनों मां बेटे ने अपने कपड़े बदले और कार में आ गये।
वह कार में मेरे साथ आगे बैठा हुआ था, और बार-बार मुझे और मेरी चूचियों को देख रहा था। मैं भी मुस्कुरा रही थी, और कार को चला रही थी। वह अपना हाथ मेरी चूचियों पर लाने की कोशिश करता, पर मैं उसके हाथ को हटा देती और मुस्कुरा देती।
उसकी इन हरकतों ने मुझे और ज्यादा गर्म कर दिया था। अब मुझसे भी नहीं रहा जा रहा था। हम दोनों हाईवे पर थे। मैंने एक पेड़ की छाव देखी, और कार को पेड़ के नीचे ले जाकर लगा दी। हाईवे एक-दम सुनसान थी। जो भी गाड़ी आ रही थी वह बहुत ही ज्यादा स्पीड से निकल जा रही थी।
फिर मैं अपने बेटे के गोद में बैठ गई। कार के दोनों ओर के शीशे चढ़ा दिए, और उसके बाद मैं उसके होंठों को चूसने लगी। वह भी मुझे अपनी गोद में बिठा कर मेरी गांड को सहलाते हुए मेरे होठों को बड़े प्यार से चूस रहा था।
मैं उसके पूरे चेहरे को चूम रही थी। वह भी मेरे गाल को चूमता है, और मेरे होठों को चूमता और अपनी जीभ को मेरे मुंह में डाल कर मेरे मुंह को पेलता है। मैं बहुत ज्यादा गर्म हो गई थी, और उसके बाल को सहलाते हुए उसके होंठों को चूस रही थी।
फिर मैं उसकी गोद से उतरी, और उसकी पेंट को नीचे सरका कर, उसके तने हुए लंड हाथ में लेकर सहलाते हुए उसे मुंह में भर ली। मैं बड़े प्यार से उसके लंड को चूस रही थी, और वह अपनी आंखें बंद कर मेरे बालों को सहला रहा था।
मेरी चूत अब तक पानी छोड़ कर गीली हो चुकी थी। मैं उसके लंड को चूसना बंद की और उसके बाद अपनी जींस को उतार कर नंगी हो गई। मैंने अपनी शर्ट को भी उतार दिया और अब मैं फुल नंगी थी। मेरी दोनों चूचियां उसके मुंह के पास थी। मैं उसकी गोद में बैठ कर उसके लंड को धीरे-धीरे अपनी चूत में उतारने लगी, और थोड़ी देर बाद उसका लंड पूरी तरह से मेरे चूत में समा गया। मैं उसके होठों को चूसती हुई उसके लंड पर उछलने लगी।
मुझे कई साल बाद लंड मिला था, तो मैं कैसे छोड़ सकती थी? बहुत ही मजे लेकर उसके लंड पर उछल रही थी। उसका लंड बड़ा मोटा और तगड़ा था। मेरी चूत में धक्कों के साथ मेरी पानी निकाल रहा था।
वह मेरी चूत को चोदते हुए मेरी चूचियों को पी रहा था। मैं उसके बालों का सहला रही थी, और उसके लंड पर उछल रही थी। अब मेरी चूत पानी-पानी हो गई थी, जिसकी वजह से उसका लंड और तेजी से अंदर-बाहर हो रहा था, और पच-पच की आवाज ही आ रही थी।
थोड़ी देर हम दोनों इसी तरह चुदाई करते हुए झड़ गए। मैं उसके गोद में बैठी हुई हांफने लगी और उसके होंठ को चूसने लगी। हम दोनों बहुत ज्यादा खुश थे। उसे भी आज पहली बार किसी चूत के दर्शन हुए थे, और मैं भी कई सालों बाद आज लंड ले रही थी, वह भी अपने बेटे का। सबसे सुरक्षित लंड था मेरे लिए। अब मुझे कहीं जाने की जरूरत नहीं थी। मेरा बेटा जब भी चाहता मुझे चोद लेता, और मैं भी संतुष्ट हो जाती। फिर हम दोनों वहां से कार स्टार्ट करके घर आए, और घर पर आते ही फिर से चुदाई की।
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