मामी की चुदाई उनकी इच्छा से

साथियों, मैं आपका आदित्य अपने जीवन की सच्ची कहानी आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूं, उम्मीद है आपको अच्छी लगेगी।

बात उन दिनों की है जब मैं 12 क्लास मे था। मैं 18 साल का था। ये कहानी मेरे और मेरी मामी के पहले सेक्स के उपर आधारित है। मेरी मामी और मामा हमारे घर में ही रहते थे। मामी की उमर 25 साल होगी, बड़े-बड़े चूचों की मालकिन थी मामी। साइज 36″ था चूचों का। कमर 28″ की‌ थी,और गांड का उभार किसी का भी लंड खड़ा करने के लिए काफी था।

मामी की शादी काफी कम उमर में कर दी गई थी, और उनकी एक 6 साल की बेटी भी थी। मामी और मेरे बीच शुरुवात में सब कुछ नॉर्मल था। एक दिन की बात है, मैं स्कूल से घर आया तो देखा मामी मामा के साथ सेक्स कर रही थी, और कह रही थी-

मामी: आज ऐसा सेक्स करो कि बच्चा ठहर जाए।

मामा मामी को जोरों से चोद रहा था, और मैं खिड़की से ये सब देख रहा था। मामी की गांड मामा के मुंह की तरफ थी, और मामा उनकी गांड को हवा मे उछाल रहा था।

जीवन में पहली बार मैं लाइव सेक्स को इंजॉय कर रहा था। मामी की चूचियां हवा में झूल रही थी। ये सब देख के मैं बहुत उत्तेजित हो गया। मामी मजे से चुदवा रही थी। तभी अचानक उनकी नजर खिड़की पे पड़ी, और उन्होंने मुझे देख लिया।

उसके बाद अंजान बनते हुए वो अपने मोटे-मोटे चूतड़ों को मामा के लंड पे मार रही थी। मामी जोर-जोर से चिल्ला भी रही थी, और बोल रही थी-

मामी: और जोर से, और जोर से।

फिर अचानक मामा रुक गए, और उनका अब निकल चुका था। मामी उठी, और कपड़े से अपनी चूत को साफ किया और कपड़े पहन लिए। मामा थक कर सो चुका था। मामी बाहर आई और मुझे आवाज़ लगाने लगी-

मामी: आदि कहा हो? खाना निकाल रही हूं, खाना खा लो।

उन्होंने मुझे खाना दिया, और मेरे बालों मे अपना हाथ फेरा और मुस्कुरा के चल दी। अब वो कभी-कभी मेरे साथ मजाक भी करने लगी। वो कभी मेरे गालों को प्यार से छूती, तो कभी चुटकी भर लेती। ऐसे ही लगभग एक महीना बीत गया, और बारहवी की परीक्षा भी खत्म हो चुकी थी, और मैं अपनी इंजीनियरिंग की तैयारी में लग गया।

एक शाम मैंने मामा और मामी में झगड़ा होते हुए सुना। मामा ने मामी पे हाथ उठा दिया था, और वो अपनी रात की ड्यूटी पे चला गया। मामी अपने कमरे में रो रही थी। सभी ने उन्हें चुप कराने की कोशिश करी, लेकिन वो नहीं मानी। शायद वो मेरा ही इंतज़ार कर रही थी।

मैंने उन्हें मनाया और खाना खिलाया। उन्होंने अपने सिर को मेरे कंधे पे रखा, और कहा: आज रात तुम मेरे साथ सो जाओ।

मैं उनके पास बैठ गया, और उनके गालों पे हाथ लगाया जहां मामा ने थप्पड़ मारा था। मेरे हाथ लगाने से मामी ने अपनी आँखे बंद कर ली, और मुझे अपने बगल में बिठाया। फिर वो अपने हाथों से मेरी जंघाओ को सहलाने लगी।‌ मेरी उंगलियाँ उनके होठों को छू रही थी, और वो अपने हाथ को मेरी पैंट की जिप पर ले जा चुकी थी।

उनके स्पर्श से मेरा लंड बहुत टाइट हो चुका था। ये मेरा पहला अनुभव था। मैंने मामी के होंठों पे अपने होंठों को रख दिया, जिसका मामी बेसब्री से इंतज़ार कर रही थी। उन्होंने अपनी जीभ मेरे मुंह मे डाल दी, और मेरी पेंट की जिप खोल के मेरे लंड का मुआएना करने लगी।

चूमते हुए उन्होंने मेरी शर्ट को खोल दी, और मुझे खूब चूमा। उनके चूमने की कला ने मुझे सातवें आसमान मे पहुँचा दिया। अब वो मेरे लंड की और बढ़ चुकी थी। लंड को दोनों हाथों मे भरा उन्होंने, और कहा-

मामी: तुम्हारा लंड बहुत प्यारा है।

उन्होंने कभी लंड को अपने मुंह में नहीं लिया था। लेकिन आज वो मेरे लंड को देख कर अपने आप को रोक नहीं पाई। झट से उन्होंने लंड के सुपाड़े पे अपनी जीभ को लगाया, और चाटने लगी। शायद वो मुंह में ना लेके अपनी जीभ से ही लंड को चिकना कर रही थी।

वो बोल रही थी: तेरा लंड तेरे मामा से बहुत बड़ा और मोटा है। और आज से इसकी देखभाल की जिम्मेदारी मेरी है।

मैं बहुत बेचैन हो चुका था, और अब मामी की चूचियां मेरे हांथों मे थी,‌जिसे मैंने अपने मुंह मे भर लिया। मामी अब चुदने के लिए तैयार थी। उन्होंने अपने कपड़े उतार दिये थे। अब वो अपनी ब्लू पैंटी में थी, जिसपे मैंने अपने हाथों को रखा। जैसे पाव रोटी होती है, वैसे ही उनकी चूत का एहसास था।

फिर उनकी पैंटी को मैंने उतार दिया। अब चुदाई शुरू होने वाली थी, जिसका मामी और मुझे दोनों को इंतज़ार था। मामी ने अपनी दोनों टांगे खोल दी। इशारों मे उन्होंने मुझे लंड डालने को बोला। ये लाइफ का पहला सेक्स बनने वाला था। मामी की चूत मे लंड जाने को बेताब था।

मैंने लंड पे थोड़ा थूक लगाया, और उनकी चूत मे डालने लगा। लंड का सुपाड़ा मामी की चूत में फस गया और मामी ने अपनी दोनों टांगों को मेरी कमर मे बांध लिया। वो चिल्लाने की कोशिश करने लगी। मैंने अपने होंठों से उनका मुंह बंद कर दिया, और अपने लंड के दबाव को बढ़ाने लगा।

मामी की चूत में लंड आधा जा चुका था, और उनकी आँखों से आँसू आने लगे। दर्द मुझे भी हो रहा था।‌ मामी को मैंने किस करके नॉर्मल किया। मामी ने अपनी कमर को उठाया, और धक्के देने की कोशिश करने लगी। अब लंड आधे से ज्यादा लंड उनकी चूत मे था।

मैंने लंड को थोड़ा पीछे किया, और एक जोर का दवाब डाला, और लंड को पूरा मामी की चूत में पेल दिया। अब मामी की चुदाई शुरू हो चुकी थी। मामी गीली हो चुकी थी, और उनका छूट चुका था। दस मिनट की चुदाई के बाद मामी थक चुकी थी, और रुकने को बोल रही थी।

मेरा अभी निकला नही था, जिसकी वजह से मैं मामी को छोड़ नही रहा था। मैंने मामी को गोद में उठाया, और चुदाई कायम रखी। आज मामी जन्नत की सैर कर रही थी, और मुझे भी करवा रही थी। चुदाई का सिलसिला 30 मिनट का हो चुका था। मैंने धक्कों कि स्पीड को तेज किया, और लंड को मामी की चूत की जड़ तक पहुँचा दिया।

मामी अब मुझे चूमें जा रही थी, और बोल रही थी कि आज तक उन्होंने इस तरह का सेक्स एंजॉय नही किया था। मामी अब मेरे लंड पे कूद रही थी। मामी की आँखे नशीली हो चुकी थी।

वो होंठों को मेरे होंठों पे लगा के चुदाई का आनंद ले रही थी। मेरा लंड लोहे की रोड की तरह हो चुका था, जिसकी हर थाप पे मामी आह आह कर जाती थी। मामी की कमर पे मेरी उंगलियों के निशान बन चुके थे। मामी मुझे चूमें जा रही थी, और बोल रही थी-

मामी: अब छोड़ दे, मैं तेरा अपने हाथों से निकाल देती हूं। या थोड़ी देर रुक कर फिर कर लेना।

लेकिन मैं कहा मानने वाला था। मामी को मैंने जकड़ के चोदा, जिससे वो दीवानी हो गई थी। वो मेरे बालों में अपनी उंगलियों को घुमाये जा रही थी। मैं भी बेचैन हो चुका था, क्योंकि मेरा निकलने का नाम नहीं ले रहा था।

मामी बार-बार बोले जा रही थी: थोड़ा रुको, फिर कर लेना।

फिर मैंने लंड को चूत से निकाल दिया। मामी ने लंड को देख के कहा-

मामी: ये तो बिल्कुल लाल हो गया है।

और फिर उन्होंने अपने हाथों में लेके बड़े प्यार से लंड को प्यार किया, और बोली-

मामी: बच्चा परेशान हो रहा है।

फिर उन्होंने लंड को पहली बार अपने मुंह में ले लिया, और लोलीपाप की तरह चूसने लगी। उन्होंने लंड को अपने गले तक उतार दिया, और आगे-पीछे करने लगी। 5 मिनट की चुसाई के बाद मुझे लगा अब निकलने वाला था। मैंने झट से लंड को बाहर निकाल दिया, और उनके हांथों में थमा दिया, और मेरा वीर्य उनकी चूचीयों को भिगा चुका था। मुझे परम आनंद का अनुभव हुआ।

आज तक ऐसा कभी नही हुआ था। लगभग 45 मिनट की चुदाई ने पसीने से तर कर दिया था। आगे की कहानी अगले भाग में। दोस्तों आपको ये कहानी कैसी लगी, कृप्या इस मेल आइडी पर बताये [email protected]