साहब ने रंडी बनाया-3

पिछला भाग पढ़े:- साहब ने रंडी बनाया-2

नमस्कार दोस्तों, मैं Thor अपनी कामवाली की चुदाई कहानी का अगला पार्ट लेके हाजिर हूं। उम्मीद हैं आप सब ने पिछला पार्ट पढ़ लिया होगा, और वो आपको पसंद भी आया होगा। जिन्होंने भी पिछला पार्ट अभी तक नहीं पढ़ा है, वो उसको जरूर पढ़ें।

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि वैशाली ने जब अपनी सास से अपने साहब के ठरकी बर्ताव के बारे में बात की, तो उसकी सास ने उसको समझा दिया कि इतना तो चलता है। फिर उसने वैसे ही खुद को ढाल लिया, और साहब की हरकतों को नजरअंदाज करने लगी। फिर एक दिन साहब ने वैशाली को घुटने दबाने के बहाने बुलाया, और उसको फिर से छूने लगे। इससे वैशाली को भी गर्मी चढ़ने लगी, और उसकी चूत लंड मांगने लगी। फिर जब साहब ने उसकी चूत सहलाते हुए उसके होंठ चूसने शुरू किए, तो वैशाली अपना नियंत्रण खो बैठी, और उनका साथ देने लगी। अब आगे की कहानी वैशाली की जुबानी-

अब साहब मजे से मेरे नरम रसीले होंठों का रस पी रहे थे। मैं भी उनका साथ दे रही थी। साहब अपना हाथ कभी मेरी जांघों पर फेरते, कभी मेरी चूत पर दबाते, तो कभी मेरा चूचा मसल देते। मैं अब खुद को पूरी तरह से उनको समर्पित कर चुकी थी।