गांव से शहर आए दादा जी ने-2

पिछला भाग पढ़े:- गांव से शहर आए दादा जी ने-1

नमस्कार दोस्तों, उम्मीद है अपने पिछले पार्ट को पढ़ लिया होगा। अब तक आपने पढ़ा कि मैं और दादा जी दोनों पार्क मे चुदाई कर रहे थे, और पीछे आ कर गार्ड खड़ा हो गया। अब आगे-

हम दोनों डरे हुए थे और नंगे भी थे। मैं अपने कपड़े उठा कर दादा जी के पीछे खड़ी हो गई, और कपड़े को पहनने लगी। गार्ड हमें दूर खड़ा देख कर हंस रहा था और बोला: वाह बूढ़े, बुढ़ापे में भी इतनी जवान और कड़क माल को पेल रहे हो।

दादा जी: ज़ुबान को संभाल कर बात कर वरना…।

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