पिछला भाग पढ़े:- पति की धोखेबाज़ी-3
पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि राजेश ने बाबा के घर का कमरा किराए पर ले लिया। फिर वो उसकी बहु रागिनी को बहाने से घूमने के लिए बाहर ले गया। अब आगे-
उसने रागिनी को एक लेडीज शॉप के बाहर उतारा और कहा: जाओ अपने लिए एक दो ड्रेस के अच्छे सेट लेलो!
कह कर उसके हाथ में कुछ रूपये दे दिए और कहा: ये बचने नहीं चाहिये, कम पड़े तो और ले लेना बाहर आकर।
राजेश बाहर खड़ा रहा। थोड़ी देर में रागिनी मुस्कुराती हुई बाहर आई, उसके पास एक थैला था।
उसने बचे रूपये राजेश को लौटाने चाहे तो राजेश ने कहा: रख लो।
राजेश एक मेडिकल स्टोर पर रुका और कुछ सामान लेकर आया। उन्हें निकले एक घंटा हो गया था। राजेश ने फटाफट एक तकिया खरीदा और कॉफ़ी पाउडर वगैरा कुछ नाश्ते का सामान भी लिया। और वे घर आ गए। लौटते समय रागिनी अब राजेश से चिपक कर बैठी थी।
घर से पहले वह उतर कर एक ओर पैर रख कर बैठ गयी। रात को राजेश नहा कर ट्राउज़र और टी-शर्ट में बैठा मोबाइल देख रहा था तो रागिनी उसके लिए खाना गर्म करके लायी।
राजेश ने उससे पूछा: बाबा और अम्मा कहाँ गए?
रागिनी बोली: पड़ोस में जागरण है, वहां गए हैं। देर रात आयेंगे।
राजेश ने रागिनी को जबरदस्ती अपने साथ ही खाना खिलाया। बाद में बिस्तर पर बैठे बैठे रागिनी ने उसे अपनी पूरी राम कहानी सुनाई। वह रो रही थी। राजेश ने उसे प्यार से चुप कराया तो रागिनी ने उसके कंधे पर सर रख लिया।
तब राजेश ने उसके बालों में हाथ फेरना शुरू किया और उसका एक हाथ अपने हाथ में लेकर सहलाने लगा। रागिनी ने कोई प्रतिरोध नहीं किया। राजेश ने आहिस्ता से उसका सर ऊपर किया, रागिनी उसकी आँखों में झाँकने लगी।
अब राजेश तो खेला खाया था, उसने दोनों हाथों से रागिनी का चेहरा पकड़ कर धीरे-धीरे अपनी ओर किया और उसके माथे पर चूम लिया। रागिनी लिपट गयी उससे! अब राजेश ने उसके होंठों पर अपने होंठ जड़ दिए। रागिनी काँप रही थी पर उसने अपने को समर्पित कर दिया था राजेश को।
उसे शादी के बाद पहली बार किसी मर्द का प्यार और साथ मिल रहा था। राजेश ने उठ कर कमरे की लाईट बंद कर दी। बाहर से हल्की रोशनी आ रही थी। राजेश ने रागिनी को बेड पर अपने से चिपका कर लिटा लिया।
उसने रागिनी की नाइटी ऊपर सरकाई तो रागिनी कसमसा गयी, बोली: मुझे जाने दीजिए। ये गलत है।
राजेश ने उससे कहा: क्या गलत है? क्या तुम्हारा पति तुम्हें ये सब दे पाता है? क्या तुम्हें खुश रहने का अधिकार नहीं है? अब मेरी पत्नी यहाँ नहीं हैं, मुझे उसकी जरूरत है। तो अगर हम एक-दूसरे की जरूरत पूरी कर रहे हैं तो इसमें क्या गलत है?
रागिनी फिर भी उठ खड़ी हुई। राजेश ने उसका हाथ पकड़ा और बोला: अगर तुम नहीं चाहती हो तो जा सकती हो। मैं तुम्हारे साथ ज़बरदस्ती नहीं करूँगा। रागिनी वहीं खड़ी रही क्यूंकि वो भी प्यास ही थी किसी का प्यार पाने के लिए। रागिनी को चुप-चाप खड़ा देख राजेश ने फिर एक बार उसे अपनी ओर खींच लिया।
अब रागिनी उससे लिपट गयी और ताबड़तोड़ उसे चूमने लगी और जवान हॉट पड़ोसन की चुदाई का रास्ता साफ़ हो गया।राजेश ने अपनी टी-शर्ट उतार फेंकी और साथ ही रागिनी की नाईटी भी उतार दी। रागिनी नीचे पेंटी और ब्रा पहने थी। राजेश की ट्राउज़र भी खुल चुकी थी और उसका फनफनाता लंड रागिनी के हाथ में था।
तब राजेश ने रागिनी की ब्रा के कप ऊपर किये और उसके मम्मे चूमने लगा। रागिनी के मम्मे भारी थे और उसके निप्पल नुकीले। राजेश बैठा और उसने रागिनी को ब्रा पेंटी से आज़ाद कर दिया और उसके मम्मे चूमते हुए उसकी चूत में उंगली कर दी। रागिनी की झांटों पर बालों का जंगल था जबकि राजेश का लंड चिकना था।
राजेश ने रागिनी से पूछा: सफाई क्यों नहीं करती?
तो वह बोली: किसके लिए करूं?
राजेश बोला: अब मेरे लिए करना।
तब राजेश ने नीचे होकर रागिनी की चूत में जीभ घुसा दी। चूँकि रागिनी ने सफाई नहीं की हुई थी तो उसकी चूत में से गंध आ रही थी। राजेश ने ढेर सारा थूक छोड़ा और रागिनी के ऊपर आ गया। उसने रागिनी की टांगें चौड़ायी और पेल दिया अपना लंड उसकी चूत में, और लगा रेलम पेल करने।
उसको बहुत आश्चर्य हुआ जब रागिनी उसका सेक्स में पूरे दमखम के साथ साथ दे रही थी। आज इतने दिनों बाद चूत मिली थी राजेश को, तो वह अपने रुके अरमान पूरे करना चाह रहा था। उसकी चुदाई की स्पीड बढ़ती गयी।
फिर जब उसे लगा की उसका होने वाला था, तो उसने रागिनी से पूछा: कहाँ निकालूं?
रागिनी ने उसे झटके से बाहर निकाल दिया और बोली: तुम तो गड़बड़ कर देते।
राजेश ने उसके पेट पर सारा माल निकाल दिया।
रागिनी कसमसाती हुई बोली: मेरा नहीं हुआ अभी।
तभी बाहर दरवाज़े की कुंडी खड़की। तो रागिनी झटके से उठी और नाईटी पहन कर बाहर जाकर किवाड़ खोला और अपने कमरे में चली गयी। अंदर घर पर सब ओर अंधेरा था।
सास ने आवाज देकर पूछा: दरोगा बाबू सो गए क्या?
तो रागिनी ने कहा: बहुत देर पहले ही सो गए थे।
अब सभी अपने अपने कमरे में आ गए। रागिनी ने बाहर से कमरा बंद कर लिया। उसकी चूत में चीटियाँ रेंग रही थी। वह बेड पर लेट गयी और नाईटी ऊपर करके अपनी चूत में उंगली करने लगी। तभी राजेश के कमरे के दरवाजे पर हल्के से आहट हुई। रागिनी समझ गयी कि राजेश था।
उसने बिना आवाज किये किवाड़ खोल दिया। राजेश टॉवेल पहने खड़ा था। उसने रागिनी को चिपटा लिया और अपने रूम में ले आया। उसका लंड फिर खड़ा हो गया था। अब रागिनी ने खुद अपनी नाईटी उतारी और राजेश के ऊपर चढ़ कर उसका लंड अपनी चूत में ले लिया। रागिनी पूरे मजे ले कर चुदाई कर रही थी और राजेश उसकी दोनों मम्मे मसल-मसल कर लाल कर रहा था। अब रागिनी के मुंह से आहें निकालनी शुरू हो गयी थी। वह कोशिश तो ये कर रही थी कि बेड भी आवाज ना करे।
रागिनी का होने वाला था। वह एक झटके से उछली और फिर राजेश की छाती पर लुढ़क गयी। राजेश का भी हो गया था और उसका सारा वीर्य अब रागिनी की चूत में घुस चुका था। रागिनी बगल में लुढ़क ली। उसकी चूत से वीर्य बाहर आ रहा था।
थोड़ी देर बाद संभल कर उसने राजेश से कहा: कल मेडिकल स्टोर से मेरे लिए दवाई ला देना!
रागिनी अपने कमरे में चली गयी और बीच का दरवाजा बंद कर लिया।
दोस्तों जवान हॉट पड़ोसन की चुदाई आप सब को कैसी लगी? आप इस भाग पर अपने विचार मुझे मेल और कमेंट्स में बताएं। कहानी जारी रहेगी।
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