तप्पू सेना सुबह-सुबह कॉलेज के लिए निकलती है। तप्पू, गोली, सोनू, पिंकू, और बाकी सब अपने ग्रुप में हंसी-मजाक कर रहे हैं। रास्ते में गोकुलधाम सोसाइटी के बाहर से गुजरते हुए तप्पू जोर से चिल्लाता है।
तप्पू: अरे गोली, आज कॉलेज में क्या मस्ती करेंगे? बता ना, कोई नया प्लान है?
गोली: हां तप्पू भाई, आज तो हम कॉलेज के ग्राउंड में बैठ के चाय पीएंगे और मस्त गप्पे मारेंगे! सही है ना?
पिंकू: अरे, वो तो ठीक है, लेकिन पहले क्लास तो अटेंड करनी पड़ेगी ना!
सोनू: हां, और आज तो बायो का टेस्ट भी है। तुम सब ने पढ़ाई की या बस मस्ती में ही डूबे हो?
सोनू की बात सुन कर सब का चेहरा लटक जाता है। तप्पू अपने बाल खुजलाते हुए बोलता है।
तप्पू: अरे सोनू, तू भी ना, सुबह-सुबह पढ़ाई की बात करके मूड खराब कर देती है!
गोली: हां, लेकिन रुक… मुझे कुछ याद आया! अरे, आज से तो नई टीचर आने वाली है ना! सुना है वो बायो पढ़ाएगी और नया चैप्टर भी शुरू होगा।
पिंकू: सही बात है! नई टीचर का नाम क्या है? कोई आइडिया?
सोनू: हां, सुना है उसका नाम सनी है, और वो बहुत स्ट्रिक्ट भी है।
तप्पू: अरे, स्ट्रिक्ट हो तो हो, लेकिन अगर बायो पढ़ाएगी तो मजा आएगा। चलो, जल्दी चलते हैं, देखते हैं कैसी है ये नई टीचर!
सब एक्साइटेड होकर कॉलेज पहुंचते हैं। कॉलेज का माहौल हल्का-फुल्का है, बच्चे इधर-उधर मस्ती कर रहे हैं। तभी क्लास शुरू होने की बेल बजती है। तप्पू सेना अपनी बायो क्लास में पहुंचती है। सब अपनी-अपनी सीट पर बैठ जाते हैं। तभी क्लास का दरवाजा खुलता है और सनी मैम अंदर आती है।
सनी एक टाइट लाल रंग की साड़ी में है, जिसका पल्लू हल्का सा सरक रहा है। उसकी साड़ी का ब्लाउज डीप कट है, जिससे उसका क्लीवेज साफ दिख रहा है। उसकी कमर पतली और साड़ी का कट इतना परफेक्ट कि उसकी नाभि और कर्व्स पूरी तरह हाइलाइट हो रहे हैं।
सनी की चाल में एक अजीब सा कॉन्फिडेंस और सिडक्शन है। उसके बाल खुले हुए हैं और लाल लिपस्टिक उसके चेहरे को और आकर्षक बना रही है। क्लास में सन्नाटा छा जाता है। तप्पू का मुंह खुला रह जाता है। गोली अपनी किताब में मुंह छुपाने की कोशिश करता है। सोनू और बाकी लड़कियां भी सनी को देख कर थोड़ा असहज महसूस करती हैं।
सनी: गुड मॉर्निंग स्टूडेंट्स! मैं आपकी नई बायोलॉजी टीचर हूं, सनी। आज से हम एक नया चैप्टर शुरू करने जा रहे हैं—रिप्रोडक्शन इन ह्यूमन्स।
सनी की आवाज में एक मखमली अंदाज है। वो ब्लैकबोर्ड की तरफ मुड़ती है और चॉक से कुछ लिखने लगती है। उसकी साड़ी का पल्लू और नीचे सरक जाता है। तप्पू और गोली एक-दूसरे को देख कर मुस्कुराते हैं। पिंकू अपनी कॉपी में कुछ ड्रॉइंग करने लगता है। सोनू अपने नाखून देखने लगती है, लेकिन उसकी आंखें बार-बार सनी की तरफ जा रही हैं।
सनी (बोर्ड पर लिखते हुए): तो चलिए, आज हम ह्यूमन रिप्रोडक्शन के बेसिक्स समझेंगे। मेल और फीमेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम, सेक्सुअल डेवलपमेंट, और प्रोसेस ऑफ फर्टिलाइजेशन।
सनी “सेक्सुअल” शब्द पर थोड़ा जोर देती है और मुस्कुराते हुए क्लास की तरफ देखती है। तप्पू को लगता है जैसे सनी ने उसकी तरफ देख कर आंख मारी। गोली का चेहरा लाल हो जाता है। वो धीरे से तप्पू के कान में बोलता है।
गोली: तप्पू भाई, ये तो बहुत हॉट है! सही बात है, आज तो मजा आ जाएगा।
तप्पू (धीरे से): चुप कर गोली, सुन ले पहले। लेकिन हां, ये मैम तो कुछ ज्यादा ही… उफ्फ!
सनी क्लास में घूमते हुए पढ़ाना शुरू करती है। वो मेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम की बात करती है। वो डायग्राम बना कर पेनिस, टेस्टिस, और स्पर्म प्रोडक्शन के बारे में डिटेल में बताती है। उसकी बातों में एक अजीब सा सेडक्टिव टोन है। वो बार-बार अपनी साड़ी का पल्लू ठीक करती है, जिससे उसका क्लीवेज और ज्यादा नजर आता है।
सनी (मुस्कुराते हुए): तो स्टूडेंट्स, स्पर्म का प्रोडक्शन एक बहुत ही इंटरेस्टिंग प्रोसेस है। ये टेस्टिस में होता है और हर सेकंड लाखों स्पर्म बनते हैं। लेकिन सिर्फ एक ही स्पर्म अंडे को फर्टिलाइज़ करता है।
तप्पू का लंड धीरे-धीरे खड़ा होने लगता है। वो अपनी जीन्स को ठीक करने की कोशिश करता है। गोली अपनी किताब से मुंह छुपा रहा है, लेकिन उसका चेहरा लाल है। पिंकू बार-बार अपनी पेन को गिरा रहा है और उठाने के बहाने सनी की कमर को देख रहा है। सोनू अपनी सीट पर थोड़ा असहज होकर बार-बार अपनी टांगें बदल रही है। उसकी चूत में भी हल्की सी खुजली शुरू हो रही है।
सनी अब फीमेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम की बात शुरू करती है। वो बोर्ड पर वैजाइना, ओवरी, और यूटरस का डायग्राम बनाती है। उसकी साड़ी का पल्लू फिर से सरक जाता है और इस बार उसकी नाभि साफ दिख रही है। वो जान-बूझ कर थोड़ा झुकती है ताकि डायग्राम को अच्छे से समझा सके। क्लास में एक अजीब सा माहौल बन जाता है।
सनी (धीरे से): फीमेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम बहुत ही सेंसिटिव और खूबसूरत होता है। वैजाइना ना सिर्फ सेक्सुअल इंटरकोर्स के लिए जरूरी है बल्कि ये बच्चे को जन्म देने का रास्ता भी है।
सोनू की सांसें तेज हो जाती हैं। वो अपनी स्कर्ट को बार-बार नीचे खींच रही है। उसकी चूत में गीलापन महसूस होने लगता है। तप्पू का लंड अब पूरी तरह खड़ा हो चुका है और वो अपनी टेबल के नीचे छुपाने की कोशिश करता है। गोली की हालत भी खराब है। वो बार-बार अपनी पैंट को ठीक कर रहा है।
क्लास खत्म होने की बेल बजती है। सनी अपनी किताबें समेटती है और मुस्कुराते हुए कहती है-
सनी: ठीक है स्टूडेंट्स, आज के लिए इतना ही। अगली क्लास में हम फर्टिलाइजेशन और सेक्सुअल डेवलपमेंट को और डिटेल में पढ़ेंगे। होमवर्क है—चैप्टर पढ़ कर आना और कुछ नोट्स बनाना।
सनी अपनी साड़ी ठीक करती है और क्लास से बाहर चली जाती है। उसकी गांड की मटक साफ दिख रही है। तप्पू और गोली एक-दूसरे को देख कर सिर्फ स्माइल करते हैं। सोनू अपनी कॉपी समेटते हुए धीरे से बोलती है-
सोनू: ये मैम तो कुछ ज्यादा ही… उफ्फ, क्या बताऊं।
पिंकू: हां, लेकिन चैप्टर तो इंटरेस्टिंग है ना!
गोली: सही बात है! लेकिन ये मैम… हाय, मेरी तो हालत खराब हो गई।
तप्पू (हंसते हुए): चुप कर गोली, अब चल घर चलते हैं। लेकिन हां, ये चैप्टर तो अब रोज याद रहेगा।
सब बच्चे कॉलेज से निकलते हैं। रास्ते में सब सनी मैम की बातें कर रहे हैं। तप्पू का दिमाग बार-बार सनी की साड़ी और उसके क्लीवेज पर अटक रहा है। सोनू अपनी स्कर्ट को बार-बार ठीक कर रही है। गोली और पिंकू आपस में मजाक कर रहे हैं, लेकिन उनकी आंखों में भी वही सेडक्टिव फीलिंग है। घर पहुंचने तक सब के दिमाग में सनी और रिप्रोडक्शन चैप्टर की बातें घूम रही हैं।
पहला एपीसोड समाप्त।
अगला भाग पढ़े:- गोकुलधाम सोसाइटी की नई दास्तां-2