उस रात दीदी ने चखाया अपना गीलापन-10

पिछला भाग पढ़े:- उस रात दीदी ने चखाया अपना गीलापन-9

भाई बहन कामुकता कहानी अब आगे-

आखीरकार सुधा दीदी की शादी तय हो गई और दिन बीतने लगे। अब हम दोनों के बीच पहले जैसा कुछ भी नहीं रहा था। हम दोनों को अकेले समय बिताने का मौका नहीं मिलता और अगर ऐसा कोई मौका मिल भी जाए, तो मैं खुद को उसके करीब जाने से रोकता।

लेकिन फिर भी, सुधा दीदी कभी-कभी मुझे अपनी तरफ खींचने की कोशिश करती। वह जान-बूझ कर ऐसे कपड़े पहनती, जिनसे उनका गला थोड़ा और खुला दिखाई दे, और झुकते समय उनकी क्लीवेज साफ नज़र आती। कई बार वह पल्लू ढीला छोड़ कर या टी-शर्ट हल्का खींच कर अपने सीने की ओर मेरा ध्यान खींचने की कोशिश करती। कभी-कभी वह रसोई में या कमरे में काम करते हुए अपनी साड़ी थोड़ा ऊपर उठा देती, जिससे उनका चिकना पेट साफ दिख जाता।

Leave a Comment