मेरे बचपन का प्यार रूबी – भाग 15 – कहानी का अंतिम दूसरा भाग

जोरदार पंद्रह बीस धक्के गांड में लगाए और ये सोच कर की रूबी को चूत में मजा दूं लंड निकाला एक झटके से चूत में धकेल दिया।

मेरे बचपन का प्यार रूबी – भाग 12 – असली क्या और नक़ली क्या नक़ली

रूबी बोली, “सच पूछो विक्की तो असली चुदाई एक ही तरीके से होती है। औरत नीचे, चूतड़ों के नीचे तकिया, चूत को ऊपर उठाने के लिए।

मेरे बचपन का प्यार रूबी – भाग 2 – रूबी के साथ चूत और चुदाई की बातें

मेरे में अब क्या रखा है बाल बच्चे वाली 36 साल की औरत हो गयी हूं। चूत भी ढीली हो गयी होगी। ये रितु अभी कुंवारी है कड़क है। कसी हुई चूत होगी इसकी।

रजनी की चुदाई उसी की जुबानी भाग-23 – करनाल के आख़री दो दिन

थोड़ा दम ले कर संतोष ने बड़े ही प्यार से लंड मेरी फुद्दी से बाहर निकला। लेसदार मलाई से भरी चूत में से लंड फिसल कर बाहर निकल गया और आवाज आयी — बलप्प।

रजनी की चुदाई उसी की जुबानी-21 – दास्ताने करनाल

गाड़ी ने आज लम्बा सफर तै करना था इस लिए इधर उधर की चूसा चुसाई ऊंगलीबाजी में वक़्त नहीं बर्बाद किया जा सकता था.

रजनी की चुदाई उसीकी जुबानी-15 – करनाल के जलवे

घर में चुदाई का पूरा खेल चल रहा था। “इस घर में हर मर्द घर की हर को औरत को चोदता था, मगर पूरी ईमानदारी और असूलों के साथ”।

रजनी की चुदाई उसी की जुबानी भाग-13 – करनाल के जलवे

“पप्प फच पट्ट — पप्प फच पट्ट — पप्प फच पट्ट — पप्प फच पट्ट — की संगीतमयी ताल के साथ क्या मस्त चुदाई हो रही थी मेरी ।

रजनी की चुदाई उसी के जुबानी-12 – करनाल में क्रांति

दीपक के लंड में से कुछ नमकीन नमकीन निकल रहा था। मैं तो चाटती जा रही थी जो भी ये नमकीन नमकीन था।

रजनी कि चुदाई उसीकी जुबानी-11 – हम करनाल में

“जिस तरह सरोज हम लोगों की चूतें चाट रही थी,और हमारी गांड में उंगली डाल कर गोल गोल घुमा रही थी, लग ही रहा था की सेक्स का पूरा मजा लेने में विश्वास रखती है”