सोनू ने भी सोने की कोशिश की, लेकिन उसकी चूत उसको सोने नहीं दे रही थी। फिर सोनू ने अपनी चूत में फिंगरिंग करनी शुरू कर दी। कुछ देर फिंगरिंग करने के बाद उसको कुछ राहत मिली। फिर उसको प्यास लगने लगी, तो वो पास पड़े जग में से पानी लेने लगी। लेकिन जग खाली हो चुका था। फिर सोनू ने अपने बदन पर चादर लपेटी, और किचेन की तरफ चली गई।
रास्ते में जेठालाल का कमरा पड़ता था, इसलिए वो वहां से दबे पांव निकल रही थी। जेठालाल के कमरे का दरवाजा खुला था, और अंदर से उसके खर्राटों की आवाज आ रही थी। कमरे के सामने से निकलते हुए अचानक सोनू की नज़र सोए हुए जेठालाल की तरफ पड़ी। जेठालाल ढीला कच्छा और बनियान पहन कर सोया हुआ था। तभी सोनू को जेठालाल के कच्छे में उसका खड़ा हुआ लंड नज़र आने लगा। उसके लंड को देख कर सोनू की चूत में फिर से खलबली मचने लगी।
उसकी चूत की खुजली ना चाहते हुए भी उसको जेठालाल के लंड के पास ले गई। वो कमरे में जा कर जेठालाल के पास खड़ी हुई, और लंड को कच्छे के ऊपर से छूने लगी। जैसे ही उसने लंड को छुआ, उसको महसूस हो गया कि जेठालाल का लंड तप्पू के लंड से बड़ा और मोटा भी था। अब सोनू का दिमाग कह रहा था कि यहां से निकलो। लेकिन उसकी चूत कह रही थी कि इस लंड को लेने में बहुत मजा आएगा।
अब चूत के आगे तो दिमाग की चलती नहीं, तो चूत को जिताते हुए सोनू ने जेठालाल से चुदने का फैसला किया। सोनू ने धीरे से जेठा के ढीले कच्छे का नाडा खोला, और उसको नीचे कर दिया। नीचे जेठालाल ने अंडरवियर नहीं पहना था, तो अब उसका काला सांप सोनू के सामने था। उसका काला लंड देखते ही सोनू ने लंड को चूमा, और उसको मुंह में लेके चूसने लगी।
जैसे ही सोनू ने लंड अपने मुंह में डाला, उसके कुछ सेकंड्स के भीतर ही जेठालाल की आँखें खुल गई। जब जेठालाल ने नीचे देखा, तो उसने पाया कि सोनू जैसी सेक्सी लड़की सिर्फ चादर बांध कर उसकी टांगों के पास बैठी थी, और उसका लंड चूस रही थी। ये नजारा जेठालाल के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं था।
फिर वो सोनू को बोला: बेटा ये तुम क्या कर रही हो?
सोनू बोली: अंकल अगर आपको सवाल पूछने है, तो मैं यहां से चली जाती हूं। अब आप देख लो कि आपको जवाब चाहिए या मैं?
जेठालाल ने कहा: जान मुझे तो तू ही चाहिए। तेरे जैसी माल किसको नहीं चाहिए?
ये कहते ही जेठालाल ने अपना हाथ सोनू के बालों में डाल, और उसके मुंह को अपने लंड पर दबाने लगा। इससे उसका लंड सोनू के गले के अंदर तक जाने लगा। सोनू को खांसी आने लगी, और बहुत सारा थूक उसके मुंह से बाहर निकलने लगा, जिससे जेठालाल का लंड बिल्कुल चिकना हो गया।
कुछ देर में जेठालाल ने सोनू के बाल पकड़ कर उसको ऊपर खींचा, और उसको नीचे लिटा कर खुद ऊपर आ गया। फिर उसने सोनू के जिस्म पर लिपटी चादर को खोल दिया। नंगी सोनू को देख कर जेठालाल पागल हो गया। वो उसके होंठ, गर्दन, और चूचे चूसने लगा, और मसलने लगा। नीचे से उसका लंड सोनू की चूत से टकरा रहा था। सोनू का जिस्म चूसते हुए जेठालाल जब चूत तक पहुंचा, तो उसकी चूत पर वीर्य लगा हुआ था। वो समझ गया कि पहले सोनू को तप्पू पेल चुका था।
वीर्य वाली चूत को तो क्या चाटना था, इसलिए जेठालाल ने अपना लंड चूत पर सेट किया, और एक ही धक्के में पूरा पेल दिया। सोनू की बहुत जोर की चीख निकली, और जेठालाल ने उसका मुंह बंद कर दिया। फिर वो धक्के पर धक्का मारे गया, और पूरा लंड चूत में घुसा दिया। जब सोनू का झटपटाना बंद हुआ, तब जेठालाल उसकी चुदाई करने लगा।
कुछ ही सेकंड्स में सोनू आह आह करके चूत चुदाई का मजा लेने लगी। धीरे-धीरे जेठालाल अपनी स्पीड बढ़ाता गया, और सोनू का मजा भी बढ़ता गया। अब चुदाई फुल स्पीड पर थी, और दोनों पूरे मजे में थे। 15 मिनट को चुदाई के बाद सोनू झड़ गई। लेकिन जेठालाल नहीं झड़ था।
फिर जेठालाल ने उसकी चूत से लंड निकाला, और उसको घोड़ी बना लिया। सोनू के चूतड़ों की शेप देख कर जेठा बहुत खुश हुआ। उसने जोर से पहले तो एक थप्पड़ मारा उसके चूतड़ पर। फिर उसकी चूत को हाथ से मसलने लगा। सोनू आह आह कर रही थी, और मस्ती में गांड हिला रही थी।
जेठालाल चोदने तो सोनू की चूत वाला था, लेकिन उसकी गांड देख कर जेठालाल का मन बदल गया। उसने मुंह में काफी सारा थूक इकट्ठा करके सोनू की गांड के छेद पर डाला, और फिर लंड सेट करके जोर का धक्का मारा। पहले धक्के में लंड का टोपा अंदर चला गया, और सोनू की कुंवारी गांड का उद्घाटन हो गया। सोनू चिल्लाने लगी, और आगे जाने की कोशिश करने लगी। लेकिन जेठालाल ने उसकी कमर में अपनी बाहें लपेट कर उसको कस के पकड़ लिया। वो तब तक धक्के मारता गया, जब तक कि पूरा लंड गांड में नहीं उतर गया।
जब पूरा लंड अंदर चला गया, तो जेठालाल वहीं रुक गया। उसने सोनू के मुंह को तकिए में दबा दिया, ताकि उसकी आवाज दब जाए।
इसके आगे इस चुदाई कहानी में क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा। यहां तक की कहानी की फीडबैक authorcrazyfor@gmail.com पर दें।