मेरे बापू ने मेरी सहेली की सील तोड़ी-2

पिछला भाग पढ़े:- मेरे बापू ने मेरी सहेली की सील तोड़ी-1

मेरे बापू मेरी मां की चुदाई कर रहे थे, और मां उनको धीरे करने को बोल रही थी, ताकि आवाज़ बाहर ना जाए। अब आगे-

बापू: अरे कुछ हो नहीं सोचेगी। बिटिया भी तो अब जवान हो गई है, और समझदार हो गई है। वह क्यों भला कुछ सोचेगी? वह जानती नहीं है कि बापू और मां क्या कर रहे होंगे?

मा: आप तो एक-दम बेशर्म हो गए हो। आपको तनिक भी लाज नहीं आती अपनी बिटिया के बारे में इस तरह बोलने से? और थोड़ा धीरे करो ना, मेरी भी तो जान निकल रही है।