इस कहानी में पढ़िए कैसे मैंने चलती हुई बस में मेरी दीदी की गांड मारी।
सभी को मेरा नमस्ते मेरा नेम वीर ही, में अहमदाबाद गुजरात का रहने वाला हूं। मेरी उम्र 25 साल है बट मैं दिखने में 18 साल का दिखता हूं किसी टीनएजर ब्वॉय की तरह मेरा वेट 50 किलो मेरी हाय 5:30 फीट दिखने में मैं नॉर्मल हु। यह मेरी पहली कहानी है आपको कैसी लगी जरूर बताना हमसे कोई गलती हो सॉरी।
एक दिन मेरे जीजाजी का कॉल आया उन्होंने मुझे घर पर बुलाया । मैं दीदी के घर पर गए उन्होंने मुझे बिठाया चाय पानी नाश्ता दिया थोड़ी देर बाद जीजाजी भी हो ऑफिस से आ गए। उन्होंने मुझे बोला कल मॉर्निंग में तुम्हारी दीदी की एग्जाम है तुम्हें उनके साथ होना होगा। मैं तेरी दीदी के साथ छोड़ने वाला था बट ऑफिस के पर्सनल रीजन की वजह से मैं नहीं जा पाऊंगा। मैंने टिकट्स करवा दिए तुम दोनों साथ में चले जाना और रिटर्न टिकट भी मैंने परसों की करवा दिए तुम दोनों साथ में आ जाना।
तुम्हारे घर की टेंशन मत लेना मैं घर पर बता दूंगा हम जल्दी से तुम घर पर जाओ और अपना सामान पैक कर लो प्यार ले लो अभी 11:00 बजे की बस है तुम तुम्हारी दीदी दोनों रेडी हो जाओ।
जीजा जी ने घर पर बता दिया था तो मैं डायरेक्ट में अपने कपड़े का बैग लेकर मैं बस स्टैंड पर आ गया हूं। 10 मिनट इंतजार करने के बाद दीदी और जीजाजी दोनों आ गए।
वैसे बता दूं कि यह मेरी कजिन सिस्टर मेरी दीदी मुझसे उम्र में 2 साल बड़ी है। दीदी की हाइट 5 फुट 8 इंच है दीदी देखने में स्टार साउथ मूवी की हीरोइन सूती हसन जैसी दिखती है। आप खुद ही अंदाजा लगा लो मेरे दीदी की इतनी बड़ी माल है। दीदी को कोई एक बार भी देख लेना तो दीदी को देख के मुंह तुम्हारे बिना नहीं रह सकता उनकी गाड़ी मस्ताना बुड्ढे का लैंड खड़ा हो जा।
बस भी आ गई थी मुझे और दीदी को जीजा जी ने बस में बिठाने के बाद वह चले गए बस पूरी खाली थी। तो मैं नीचे वाली सीट पर बैठ गया और दीदी ऊपरवाले स्लीपर केबिन में चली गई। आधे घंटे बाद बस तेरे तेरे जैसे आगे बढ़ी स्टॉप पर तो बस फुल होने लगी ज्यादा पीली होने की वजह से मुझे भी दिक्कत हो रही थी।
मैं खड़ा हो गया था, दीदी ने बोला तुम भी मेरी केबिन में आ जाओ कोई दिक्कत नहीं है। मैं भी दीदी के केबिन में चला गया वैसे 2 केबिना बुक करवाया था जीजा जी और दीदी वही जाने वाले थे तो ऑफिस के काम की वजह से जा नहीं पाए।
अब रात के करीब 1:00 बज रहा था। बस सुबह 9:00 बजे हमें स्टॉप पर छोड़ने वाली थी। दीदी और में बातचीत कर रहे थे, आधा घंटा बीत गया था। बस एक स्टॉप पर आके रुके, बस वाले ने बोला कि जिस को भी चाय नाश्ता करना हो कर लो इसके बाद बस कहीं भी नहीं रुकने वाली है।
मैंने दीदी को बोला कि दीदी आपको जाना फ्रेश होना दीदी ने बोला ठीक है ग्रुप तुझे दिक्कत ना देते मैं कपड़े चेंज कर लेना मुझे साड़ी में नींद नहीं आएगी। मैंने बोला ठीक है दीदी अब चेंज कर लो मुझे कोई दिक्कत नहीं है।
अब मैं अभी चाय नाश्ता कर लिया प्राइस हो गया बस में आकर बैठ गया दीदी फ्रेश हो के टीशर्ट और एक शॉर्ट ट्रैक पैन के बैठी। दीदी को मैंने सिगरेट दी मेरे साथ मंगवाई थी। मैं और दीदी सिगरेट के कश लेने लगे। थोड़ी बातचीत हुई थी, दीदी लेट गई।
उन्होंने मुझे भी बोला कि भाई तू भी यहीं पर लेट जा। धीरे धीरे बस जा रही थी हम दोनों सो गए। मेरा हाथ दीदी की गांड पर लग गया धीरे-धीरे मैं दीदी की गांड के ऊपर हाथ घुमाए जा रहा था।
दीदी लगता था गहरी नींद में सो गई है। मेरी हिम्मत धीरे-धीरे बढ़ने लगी मैंने अपना लन्ड बाहर निकाला, हाथ से हिलाने लगा। मैंने धीरे धीरे करके दीदी का लोवर नीचे कर दिया। मैं देख कर हैरान हो गया कितने अंदर कुछ भी पहने रखा था। दीदी की मूर्ति गांड मेरे सामने से बड़ी तरबूज के जैसे उनकी गांड को देखकर मेरा ल** मचलने लगा था।
अब मैं धीरे-धीरे उनकी गांड के ऊपर हघुमाने लगा पर दीदी का कोई रिस्पांस नहीं था। मुझे लग रहा था दीदी को सब पता है करो जानबूझकर कोई रिस्पांस नहीं दे रही है। सुमन दीदी की गांड के क्षेत्र में धीरे-धीरे अपने मुंह से उनकी गांड को चाटने लगा। धीरे धीरे धीरे सिसकारी ले रही थी उनके मुंह से धीरे-धीरे आह आह की आवाज आ रही थी।
मुझे पता चलेगा देख दीदी भी चुदाई के मूड में। दीदी अचानक से मेरे तरफ मुंह करके पलट गई और ओ मेरे सामने देखने लगी। भाई तेरा लैंड कब से लेना चाहती थी तू जब मेरी सहेलियों को कॉलेज में चोदता था ना तब से मैं तेरी दीवानी हूं। आज मेरी ख्वाहिश पूरी हो जाएगी आज तो अपनी दीदी की गांड फाड़ दें।
इतना सुनते ही मेरे अंदर जोश आ गया मैं दीदी के मुलायम होठों पर अपने होठों को रख के दीदी के मुलायम होठों का रस पीने लगा। फूल मदहोश हो गई थी दीदी का एक हद मेरे लन्ड पर चला गया और वो मेरे लन्ड को सहलाने लगी थी। और मेरा एक हाथ दीदी के बूब्स पर चला गया।
मैंने टी-शर्ट फाड़ डाली उनके ममें आजाद हो गई जैसे परसों से तड़प रहे हो पंछी आजाद होने के लिए। दीदी के बड़े-बड़े ममें हाथ में लेकर जोर-जोर से चूस रहा था रहा था प्रेस कर रहा था। दीदी पागलों की तरह मुझ किस किए जा रही थी। अब हम दोनों सिक्स नाइन की पोजीशन में आ गया। मेरा लन्ड लेकर चूस रही थी, लन्ड चूसने में कितनी माहिर थे ना कि मैं क्या बताऊं उसके मुलायम फोटो के ऊपर से मेरा लन्ड नाग की तरह फड़फड़ने लगा था। आधे घंटे सिक्स नाइन की पोजीशन के रहने के बाद दि फूल तड़पने लगी थी।
अब मैंने दीदी को घोड़ी बनाया और उनकी गांड के छेद में उंगली करने लगा दीदी पागलों की तरह कर रहे थे। दीदी मादक आवाज निकल रही थ प्लीज भाई मुझे लन्ड दे दो, मेरी गांड फाड़ दे, तेर जीजा जी तो ऑफिस में से फ्री नहीं होते मुझे चोदते नहीं है। प्लीज अपनी दीदी कि बरसों की प्यास बुझा दे प्लीज।
अब में जोश में दीदी की गांड में जोर जोर से और बाहर कर रहा था। अब मेने अपना लन्ड दीदी के गंद में रखा निश्ना लगाय एक ही जातक में लापक करके पुरा लुंड उनकी गंद में चलग्या। मेने दीदी से पुचा किस बहनछोड़ गंद मारवती दीदी बोला भोसदेके तेरे जीजू तो छोटे नहीं तो मुझे डिल्डो से गांड की या चुत की प्यास बुजती हू। वे मुजे गंद मारवाने में बड़ा माजा आता ह।
मैं दीदी की गांड में लन्ड तेजी से अंदर बाहर अंदर बाहर कर रहा था। दीदी मादक आवाज निकाल रही थी पागल बना रहे थे स स स स स स स अहा अहा अहा। दीदी की गांड मारना में इतना मजा आता अभी तक मैंने बहुत से छूट चौडी उसमें मुझे इतना मजा नहीं आया था जितना दीदी मारने में मजा आ रहा था।
तेजी से अंदर बाहर अंदर बाहर कर रहा है। दीदी मुझे गाली दे दे बहन चोद भोसड़ी के रंडी नहीं हूं मैं जो मारला प्यार उसे चोद मादरचोद बहन चोद लोड़े भोसड़ी के चोदने अपनी दीदी की गांड फाड़ दे गांड फाड़ दे।
आधे घंटे तक दीदी की गांड मारने के बाद मेरा वीर्य निकलने वाला था। मैंने लन्ड बाहर निकाला दीदी के मुंह में लन्ड चूस दिया दीदी मेरे लन्ड को लॉलीपॉप की माफी चूस रही थ। अब मैं दीदी के मुंह में अपना सारा माल निकाल लिया। दीदी सब वीर्य मेरा पी गई, एक बूंद भी उसने रहने नहीं दी। चाट चाट के लन्ड ऊपर से वीर्य की एक-एक बूंद साफ कर दी।
5 मिनट रुकने के बाद दीदी अपने हाथों से सहलाने लगी फिर चूमने लगे मेरा लन्ड फिर से नाक की माफी खड़ा हो गया।
दीदी को लेट आया उनकी दोनों टांगें चौड़ी की अपने लन्ड को दीदी की चूत के ऊपर रखा। लन्ड को दीदी की चूत के ऊपर रगड़ने लगा। दीदी फिर से चुदाई के लिए रेडी हो गई थी।
अब मैंने एक ही झटके में दीदी की चूत में पूरा का पूरा लन्ड डालिए। दीदी की आंखें चूड़ियों के उनके मुंह से मात्र से चीख निकल गई। उन्होंने मुझे गाली दे भोसड़ी के अभी थोड़ी देर में लन्ड डाला कर मादरचोद रंडी नहीं हूं भोसड़ी के।
मैं दीदी की चूत में लन्ड अंदर बाहर अंदर बाहर किया जा रहा था। दीदी के मूवी संपादक आवाज निकल रही थी। दीदी सिसकारियां ले रही थी केबिन के अंदर खपाखप खपाखप की आवाज गूंज रही थी।
20 मिनट की चुदाई के बाद दीदी छोड़ गई मेरा भी वीर्य निकलने वाला। 5 मिनट बाद मेरा दिल वीर्य दि की चूत में निकाल दिया और मैं दीदी के ऊपर आप करके सो गया।
रेस्ट करने के बाद उस रात मैंने दीदी की फिर से एक बार मैंने गांड मारी। फिर हम सुबह 5:00 बजे सो गए, 9:00 बजे हमारा स्टाफ आ गया। दीदी फिर भी ओके अपना एग्जाम देने चली गई। उसके बाद हमने शाम को स 8:00 बजे के लिए निकल गए और उस दिन फिर से बस में हम दोनों साथ चुदाई की।
अब हमें जब भी मौका मिलता है हम दोनों चुदाई करने लगते और मुझे दीदी की गांड मारना बहुत पसंद है।
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मुझे आंटी और भाभी की चुदाई में बहुत मज़ा आता। कोई सेवा का मोका देना चाहे तो।