समीर से सिमरन

हाय मेरा नाम सिमरन है। कहानी मेरी लाइफ के बारे में है, कैसे मैं समीर से सिमरन बनी। मैं एक लड़का हूं। मुझे क्रॉस ड्रेसिंग करना बहुत अच्छा लगता है। बचपन से ही मुझमें लड़कियों वाली फिलिंग्स है। जब मैं स्कूल में पढ़ती थी, तो मुझे लड़कियों की और कम और लड़कों की तरफ ज्यादा अट्रैक्शन होता था।

जब मैं कॉलेज में आई, तब मैंने लड़कियों को ब्रा पहने देखा कपड़ों के नीचे, जिससे मुझमें भी फिलिंग्स आई कि काश मैं भी इनकी तरह यह सब पहन पाती। मेरे को थोड़ा अजीब भी लगा ऐसा सोचने के बारे में, तो मैंने गूगल पर यह क्रॉस ड्रेसिंग सर्च किया।

वहां मुझे मालूम पड़ा कुछ लड़के लड़कियों की तरह कपड़े पहनते हैं। उन्हें सब फिलिंग्स होती है। तो मेरा क्रॉस सेक्शन की तरफ रुझान और ज्यादा हो गया। उसके बाद मैं जब भी कॉलेज से घर आती, तो मैं अपनी बहन के कपड़े पहनती। यह बात 7 साल पहले की है जब मैंने पहली बार अपनी बहन की ब्रा पहनी थी। मुझे पहन कर बहुत अच्छा लगा। मेरे को ऐसे लगा मैं सच में एक लड़की हूं।

उसके बाद मैंने यह सब डेली चालू कर दिया। फिर मुझे इंजीनियरिंग में एडमिशन दिला दिया। मेरा कॉलेज शहर से 200 किलोमीटर दूर था तो जाहिर सी बात है मुझे वहीं पर रहना था। मैंने वहां जाकर एक रूम रेंट पर लिया। मेरे को अंदर से बहुत एक्साइटमेंट थी, क्योंकि मैं अब अच्छे से क्रॉस ड्रेसिंग सकती थी।