पिछला भाग पढ़े:- मां को चुदवा कर पैसे चुकाए-1
दोस्तों मैं हेमंत अपनी हिंदी चुदाई की कहानी का अगला पार्ट लेके हाजिर हूं। उम्मीद है आपने पिछला पार्ट पढ़ लिया होगा। अगर अभी तक नहीं पढ़ा है, तो उसको ज़रूर पढ़ ले।
पिछले पार्ट में आपने पढ़ा था कि मैंने पैसे उधार लिए, और जुए में हार गया। अब मेरे पास वापस देने के लिए पैसे नहीं थे, और मेरा कर्जदार मेरे पीछे पड़ा था। इसी बीच मैंने अपनी मम्मी को मोहल्ले के राशन वाले से चुदवाते हुए देखा। मेरे दिमाग की घंटी बजी, और मैंने मम्मी की चुदाई की वीडियो बना ली, ताकि मैं उसको इस्तेमाल करके अपना कर्ज चुका सकूं।
फिर मैंने मम्मी को अपने कर्ज की बात बताई, और मेरा कर्ज चुकाने को कहा तो वो बहुत गुस्सा हुई। लेकिन वीडियो देखते ही उनकी बोलती बंद हो गई। अब आगे की कहानी-
मम्मी मेरे फोन में अपनी रंगरलियों की वीडियो देख चुकी थी, और मेरी शर्त भी सुन चुकी थी। मैं जानता था कि उनके पास हां बोलने के अलावा कोई रास्ता नहीं था। फिर मम्मी कुछ सोच कर बोली-
मम्मी: ठीक है, मैं तेरा कर्ज चुकाऊंगी। लेकिन सिर्फ एक बार करूंगी, और उसके बाद तू ये वीडियो डिलीट करेगा।
मैं: हां बिल्कुल, थैंक यू मम्मी।
मम्मी: हरामजादे, अपनी मां को चुदवा रहा है, और थैंक यू बोलता है!
मैं हंसने लगा।
फिर अगले दिन मैं मम्मी को लेके अपने कर्जदार के अड्डे पर पहुंच गया। उनका नाम मलकीत सिंह था, और वो एक सरदार था। उसके अड्डे पर वो और उसके 3-4 साथी बैठते थे। मम्मी ने आज काले रंग का सलवार सूट पहना हुआ था। उनके टाइट सूट में उनकी बॉडी शेप साफ नज़र आ रही थी। ऊपर से उनका गोरा रंग काले रंग के कपड़ों में बहुत सेक्सी लग रहा था। मैं मलकीत सिंह के ऑफिस में गया, और मां को बाहर बिठा दिया। जैसे ही मैं अंदर गया, वो बोला-
मलकीत: ले आया पैसे?
मैं: नहीं, पैसे तो इकट्ठे नहीं हुए।
मलकीत: तो यहां गांड मराने आया है?
मैं: मेरे पास एक डील है। अगर तुम मेरा कर्ज माफ कर दो, तो मैं तुम्हें बाहर बैठी औरत को चोदने दूंगा।
मलकीत: भड़वागिरी करने आया है?
मैं: मैं इसको डील कहूंगा।
फिर मलकीत अपनी कुर्सी से उठा, और उसने अपने ऑफिस के दरवाज़े में लगे शीशे से बाहर देखा। मां को देखते ही उसके चेहरे पर स्माइल आ गई। फिर वो बोला।
मलकीत: ठीक है, लेकिन इसको 2 आदमियों से चुदना पड़ेगा।
मैं: क्यों 2 से क्यों?
मलकीत: अरे ऐसी रंडियां 5000 हज़ार में मिल जाती है। तुझे 10000 देने है, तो पैसे वसूलने के लिए 2 बार चोदना पड़ेगा।
मैं ये सुन के सोच में पढ़ गया। अब मलकीत को मां को 2 लंड से चुदवाना था, लेकिन मम्मी एक बार के लिए मानी थी। तभी मेरे दिमाग में एक खयाल आया, कि क्यों ना मां को एक ही बार में 2 मर्द चोद दें। ये सोच कर मैंने मलकीत से कहा-
मैं: ठीक है, लेकिन एक ही बार में दोनों चोदेंगे।
मलकीत: ठीक है, लेकिन क्या वो सह पाएगी 2 लंड एक साथ?
मैं: वो तुम्हारी दिक्कत नहीं है। तुम्हें बस उसको चोदना है अपना माल निकलने तक। उसके बाद मैं खुद देख लूंगा।
मलकीत: ठीक है, उसको पिछले कमरे में ले आओ।
फिर मैं मां के पास गया। अब मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मां को कैसे थ्रीसम के लिए मनाऊंगा। फिर मैंने दिमाग लगाया और मेरे दिमाग में एक प्लान आया। मैं मां के पास गया और बोला-
मैं: मम्मी वो लोग तैयार है। तुम्हें अंदर कमरे में जाना है।
जब मां खड़ी हुई, तो मैंने मां से कहा: मम्मी उन लोगों की एक शर्त है।
मम्मी: क्या शर्त?
मैं: वो लोग चाहते है कि तुम अंदर पट्टी बांध कर जाओ, ताकि किसी को पहचानो नहीं।
मम्मी: ये कैसी शर्त हुई भला?
मैं: मम्मी वो गुंडे है। उन पर पहले से पुलिस की नज़र रहती है। वो नहीं चाहते कि कोई उन पर इल्जाम लगाए।
मम्मी मान गई, और मैंने उनकी आंखों पर उन्हीं का दुपट्टा बांध कर उनको अंदर भेज दिया। उस कमरे में कैमरा लगा था, जिसकी वीडियो बाहर टीवी पर चल रही थी। मैं वहां बैठ कर सब देखने लगा।
मम्मी के अंदर जाते ही मलकीत ने उनका हाथ पकड़ा, और उनको बिस्तर पर ले गया। वहां उसने मम्मी को बिठाया, और उनके होंठ चूसने लगा। मम्मी भी उसका साथ देने लगी। वो होंठ चूसते हुए मम्मी के चूचे दबाने लगा। इससे मम्मी की सांसे तेज़ होने लगी।
फिर उसने मम्मी का कमीज़ उतारा, और ब्रा उतार कर उनके रसीले बूब्स बाहर निकाल लिए। उसके बाद वो निपल्स को चूसने लगा। मम्मी मलकीत की पीठ सहला रही थी। कुछ देर चूचे चूसने के बाद उसने मम्मी को बिस्तर पर लिटा दिया। तभी वहां मलकीत का साथी भी आ गया। उसका साथी पहले से पूरा नंगा था। उसका लंड तकरीबन 6 इंच का था।
मलकीत ने मां का बदन चूमना शुरू किया, और उनकी सलवार और पैंटी निकाल दी। अब मां उन दोनों के सामने पूरी नंगी थी। उनकी चूत बिल्कुल चिकनी और शेव करी हुई थी। मलकीत मां की चूत को चाटने लगा। मां वासना से पागल होने लगी, और आह आह करते हुए मलकीत के मुंह को अपनी चूत में दबाने लगी।
तभी दूसरा आदमी मां के मुंह के पास आया, और उसके पहले से खुले हुए मुंह में लंड घुसा दिया। मुंह में लंड जाने से मां हैरान हो गई, और अपनी पट्टी उतारने लगी। लेकिन दूसरे आदमी ने मां के हाथ पकड़ कर उसके मुंह की चुदाई शुरू कर दी। अब एक तरफ मलकीत मां की चूत चूस रहा था, और दूसरी तरफ उसका साथी उनका मुंह चोद रहा था।
तभी मलकीत ने मां की चूत से मुंह हटाया, और अपने कपड़े उतार कर नंगा हो गया। उसका लंड तकरीबन 8 इंच का होगा। मैंने पहली बार इतना लंबा लंड देखा था। उसने लंड मां की चूत पर टिकाया, और जोर का धक्का मार कर आधा लंड चूत में घुसा दिया। इससे मां की जान ही निकल गई। वो ऐसे तड़पने लगी, जैसे कोई कुंवारी लड़की पहली बार लंड अंदर जाने से तड़पती है। अगर वो चीख भी रही थी, तो उनके मुंह में दूसरे आदमी का लंड था, जो उनके मुंह को ब्लॉक किए हुए था।
फिर मलकीत ने मां के चूचे चूसते हुए उनकी चुदाई करनी शुरू कर दी। दूसरा आदमी मां के मुंह में लंड अंदर-बाहर कर रहा था। मलकीत कुछ धक्कों के बाद एक जोर का धक्का मारता, जिससे उसका लंड थोड़ा और मां की चूत के अंदर चला जाता। इसी तरह उसने पूरा लंड मां की चूत में घुसा दिया।
थोड़ी देर की तड़प के बाद मां गांड उठा-उठा कर चुदने लगी, और लंड को भी मजे से चूसने लगी। फिर दूसरे आदमी ने मां की पट्टी उतार दी। अब मां उनको रोक नहीं रही थी, और चुदाई का मजा ले रही थी। फिर मलकीत ने मां को अपने ऊपर लिया, और मां उसके लंड पर उछलने लगी। उसने मां के होंठ चूसते हुए नीचे से धक्के मारने शुरू कर दिए।
तभी पीछे से दूसरे आदमी ने अपना लंड मां की गांड के छेद पर रखा, और धक्का मार कर अंदर घुसा दिया। मां फिर से तड़प गई, और चीखें मारने लगी। लेकिन मलकीत ने मां का मुंह अपने मुंह से बंद कर दिया। मुझे नहीं पता मां ने पहले गांड मरवाई थी या नहीं, लेकिन जिस तरह से वो कांप रही थी, लग तो नहीं रहा था कि मरवाई थी।
दोनों आदमी अब सैंडविच पोजीशन में मां की चूत और गांड का मजा ले रहे थे। मां उन दोनों के बीच अधमरी होके चुद रही थी। 10 मिनट बाद दूसरे आदमी ने अपना माल मां के अंदर छोड़ दिया, और उसके 5 मिनट बाद मलकीत भी मां की चूत में ही झड़ गया।
फिर वो दोनों चले गए। मां वहीं नंगी पड़ी थी। उनकी चूत और गांड से माल निकल रहा था। कुछ देर बाद मां उठ कर बाहर आई। मैं अंजान बना हुआ था। फिर मैं मां को घर ले आया, और उसके सामने वीडियो डिलीट कर दी। उसके बाद जिंदगी पहले जैसी नॉर्मल हो गई। कहानी समाप्त।