पिछला भाग पढ़े:- मेरी खूबसूरत पत्नी को अकेले रहना पसंद नहीं-1
अंजली ने फ़ोन रख दिया, लेकिन उसके दिल के अंदर का तूफान और तेज़ हो गया। अचानक उसे लगा कि सिर्फ़ चूचियां ही नहीं उसके चूतड़ भी बड़े हो गये थे, और कुर्ता और सलवार बहुत टाईट थी।
घर में अकेली अंजली नंगी हो गई। उसने एक-एक कर कई सलवार, कुर्ता, ब्रा और ब्लाउज़ को ट्राई किया, लेकिन उसे लगा कि सारे के सारे कपड़े उसके बदन पर बहुत टाईट हो रहे थे। बचपन से ही उसे थोड़ा ढीला ड्रेस पहनने की आदत थी। उस समय दिन के 12 बज रहा थे। वो पहली बार घर में इस तरह नंगी घूम रही थी, और उसे बढ़िया लग रहा था।
उसने लाउडली कहा,
“घर में अकेली रहती हूं फिर इतने कपड़े पहनने की क्या ज़रूरत है। देखूं आज कितनी देर नंगी रह सकती हूं।” और अंजली पहली बार घर में नंगी रही वो भी आधा घंटा या एक घंटा नहीं शाम 5 बजे तक नंगी रही। नंगी ही उसने बाथ लिया, खाना खाया, और सोई भी। कॉल बेल की आवाज़ सुन कर नींद खुली तो मुस्कुराते हुए उठी। उसने कपड़ों के गट्ठर से एक कुर्ता उठाया और पहनते हुए दरवाज़ा खोला। नौकरानी अंदर आई। माया ने देखा कि ड्राइंग रूम के बीच में कपड़ों का गट्ठर पड़ा हुआ था। माया ने चार ब्रा एक साथ उठायी।
माया: इस कपड़ों का गट्ठर देख कर लग रहा है कि आप किसी बहुत ही अमीर लेकिन बुड्ढे आदमी को अलग-अलग कपड़े पहन कर अपने खूबसूरत बदन का नुमाइश दे रही थी। लेकिन साथ ही आपको देख कर ये साफ़-साफ़ दिख रहा है कि पिछले 7 घंटा में आपने चुदवाया नहीं है। मैं एक ऐसे बहुत ही अमीर आदमी को जानती हूं, जो आप जैसी जवान और खूबसूरत माल को सिर्फ़ नंगा देखने और सहलाने के लिए आराम से एक लाख दे देगा। उसका ढीला लंड चूसोगी तो 10 हजार अलग से देगा और अगर अपनी बुर और चूची उससे चुसवाओगी तो 25 हज़ार और देगा।
अंजली: और चोदने का कितना देगा, मेरी बुर में लौड़ा पेलेगा तब कितना देगा?
माया ज़ोर से हसी।
माया: एक पैसा भी नहीं। अब वो 70 साल का है लंड खड़ा ही नहीं होता है। 5-6 साल पहले मेरी बुर में लंड पेलने की कोशिश की थी, लेकिन साला नहीं चोद पाया था। घर बैठे, वो भी बिना चुदवाये रुपया कमाना है तो बोलना। 4-5 घंटा आराम से पार हो जायेगा। अरे हॉं, एक ख़ास बात बोलना भूल गई। अगर उसके सामने उसके घर के नौकर से चुदवाओगी तो वो उपर से 2 लांख और देगा।
अंजली: तू तो ऐसा बोल रही है जैसे कि तू उसकी दलाल है।
माया: यही समझ लो। जो मैंने कहा, वैसी क़ीमत वो सिर्फ़ तुम्हारे जैसी किसी बड़े साहब की घरवाली को ही देता है। बाक़ी सभी को सब मिला कर 10 हज़ार ही देता है। मालूम नहीं इतना रुपया उसके पास आता कहां से है। हर रोज़ उसके पास कोई ना कोई माल जाती है। लेकिन उससे मिलने के लिए पहले से ही समय लेना होता है। मैंने समय के लिए कहा है लेकिन अभी मुझे समय नहीं मिला है। आख़िरी बार मैं 6-7 महिमा पहले उसके पास गई थी। वैसे वो सभी को अपने घर ही बुलाता है लेकिन आपकी खूबसूरती के बारे में बताऊंगी तो वो नंगा दौड़ता हुआ आयेगा।
अंजली को ये सारी बातें सुनने में बोलने में मज़ा आने लगा था। अंजली ने किचन में बर्नर पर चाय का पानी चढ़ाया।
अंजली: कुतिया, तुमने मुझे भी अपने जैसा ठंडी औरत समझ लिया है कि किसी बूढ़े को अपनी नंगी जवानी दिखाऊंगी! जब रंडीपना पर उतर जाऊंगी तो ऐसे-ऐसे मर्द से चुदवाऊंगी जो चोदते-चोदते मेरी जान ले ले। लेकिन अभी तेरे आनंद भैया बढ़िया चोदते है। मुझे किसी दूसरे मर्द की ज़रूरत नहीं है। लेकिन कभी अगर तुम्हें बढ़िया लंड और चुदाई चाहिए तो मुझे बोलना, आनंद से चुदवा दूंगी। अभी पहले तू किसी बढ़िया दर्ज़ी को जानती है तो उसे मुझसे मिलने बोल। सारे कपड़े बहुत तंग हो गये हैं, नये सिलवाऊंगी।
माया घर में काम कर ही रही थी कि फ़ोन की घंटी बजी। लेकिन सामने फ़ोन करने वाला आनंद नहीं अंजली का सगा चाचा राजन अंकल था। अर्चना ने इसी के बारे में कहा था जिसने शादी के पहले अंजली को अपना लंड दिखाया था।
अंजली ने हेलो के सिवा और कुछ नहीं कहा लेकिन सामने वाला बोलता रहा।
राजन: अर्चना ने कहा कि तुम बहुत ही अकेली हो। रानी, आज भी मैं तुम्हें उतना ही प्यार करता हूं जितना पहले करता था। मैं कल ही तुम्हारे पास आ रहा हूं।
यह सुन कर कि राजन अंकल अगले दिन उस के पास आ रहा था, तो अंजली के झांट में आग लग गई। अंजली चिल्ला कर बोली,
“मादरचोद, कुतिया की औलाद, पिछली बार मैंने तेरी शिकायत किसी से नहीं की थी, लेकिन अब कभी भी मेरे सामने आया तो लंड को काट कर तेरी गांड में घुसेड़ दूंगी।”
इतना बोल कर अंजली ने फोन रख दिया और चाय पाने लगी।
माया: कौन हरामी मेरी गुड़िया को चोदना चाहता है? कौन था?
अंजली: मेरा अपना सगा चाचा, मेरी शादी तय हुई। मैं एक दिन नहा कर निकली तो देखती हूं कि ये हरामी मेरे सामने बिल्कुल नंगा खड़ा था। मुझे बढ़िया से याद है साले का लंड करीब 7 इंच लंबा और बढ़िया मोटा था। लंड पूरा टाईट भी था, लेकिन लंड को देख कर मेरी चूत में कोई खलबली नही हुई। आनंद बढ़िया चोदता है। उसका लंड भी सात इंच लंबा और मोटा है।
अंजली: मुझे तूने कई और लोगों ने दूसरों से चुदवाने, चुदवा कर रुपया कमाने का आईडिया दिया। लेकिन बहन सच कहती हूं किसी भी दूसरे मर्द से चुदवाने का मन नहीं करता है। लेकिन कभी अगर मुझे मस्ती के लिए या कमाने के लिए चुदवाने का मन किया, तो मैं तुझे ही अपना दलाल बनाऊंगी। मजाक में नही कहा, एक बार आनंद से चुदवा कर बोल की क्या दूसरे मर्द उससे ज्यादा मजा देंगे।
माया इस जवान और खूबसूरत औरत को देखती रही। माया यक़ीन से कह सकती थी कि ये औरत अपने पति के साथ की चुदाई से खुश नहीं थी। माया 32 साल की थी और 32 अलग-अलग तरह के मर्दों से चुदवाया था। कई बड़े और अमीर लोगों से उसकी बढ़िया पहचान थी। अंजली ने उससे वादा किया कि जब ज़रूरत पड़ेगी वो माया को ही अपना दलाल बनाएगी।
माया पहले से ही बढ़िया घर के कई औरतों की दलाली करती थी। उसे नौकरी करने की कोई ज़रूरत नहीं थी। अंजली को रंडी बनाने के लिए ही उसके यहां काम करना शुरु किया था। माया का एक भाई आनंद के ऑफिस में चपरासी था। उसने अंजली को देखा और आनंद से कहा कि वो अपनी बहन को घर का काम करने के लिए भेज देगा। उसने माया से कहा कि किसी तरह अंजली को धंधा करने के लिए तैयार कर लें उन्हें कमीशन से ही बहुत कमाई हो जायेगी। वो भी अंजली को चोदना चाहता था। उसने अपनी बहन माया से कह भी दिया था कि वो अंजली की बुर में अपना लंड पेलना चाहता था।
उस शाम माया और अंजली में सेक्स के बारे में और कोई बात नहीं हुई। माया काम कर ही रही थी कि आनंद भी ऑफिस से वापस आ गया। अंजली तब भी सिर्फ़ एक कुर्ता ही पहन कर थी। आनंद ने घर में घुसते ही अंजली के कपड़ों का गट्ठर देखा।
अंजली: जल्दी से चाय पीकर मुझे किसी बढ़िया दर्ज़ी के पास ले चलो। मेरे ये सारे कपड़े बहुत तंग हो गये हैं।
आनंद भी इस जगह पर नया था। उसे नहीं मालूम था कि कौन सा दर्ज़ी बढ़िया है और कौन बेकार।
आनंद: माया, तुम तो यहां का सब कुछ जानती हो, किसी बढ़िया दर्ज़ी को जानती हो?
माया ने नॉड किया।
माया: यहां के वोमेन्स कॉलेज के मेन गेट के सामने सलमान चाचा की दुकान है। कॉलेज की सभी लड़कियों के साथ-साथ बड़े घरों की औरतें भी उसके पास से ही कपड़े सिलवाती है। शहर का सबसे महंगा दर्ज़ी है, फिर भी उसके यहां सबसे ज़्यादा भीड़ भी रहती है। दूसरी मालकिन के साथ मैं कई बार उसके पास गई हूं। सभी उसकी बहुत तारीफ़ करते हैं। उसके बारे में कभी कुछ ख़राब नहीं सूना। आप बोलिएगा तो मैं मालकिन को वहां ले जा सकती हूं।लेकिन पहले मुझे उससे समय लेना होगा कि वो कब ख़ाली रहता है।
माया ने ठीक ही कहा था। सलमान 30 साल से दर्ज़ी की दुकान चला रहा था। लेकिन उसने कभी किसी औरत या लड़की के साथ छेड़खानी नहीं की थी।
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