जीजू ने मुझे चरमसुख दिया-2

पिछला भाग पढ़े:- जीजू ने मुझे चरमसुख दिया-1

दोस्तों नमस्कार, मैं दृष्टि अपनी चुदाई कहानी का अगला पार्ट लेके आप सब के सामने हाजिर हूं। पिछला पार्ट तो आप लोगों ने पढ़ ही लिया होगा? अगर नहीं पढ़ा है तो मैं उसको पढ़ने की सलाह आप सब को दूंगी।

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि मैंने एक बॉयफ्रेंड बनाया। लेकिन जब मुझे पता चला उसका लंड खड़ा नहीं होता, तो मैंने उसको छोड़ दिया। फिर अपनी परीक्षा के चलते मुझे अपने दीदी-जीजू के घर जाना पड़ा। वहां रात में मैंने दीदी-जीजू की हॉट चुदाई देखी, और मेरी चूत का भी पानी निकल गया। अब आगे बढ़ते है-

अपने जीजू का तगड़ा लंड देख कर, और उसकी चुदाई क्षमता देख कर मैं तो जीजू की फैन हो गई। उनकी चुदाई के बाद मैं अपने कमरे में आ गई, और जीजू के बारे में सोचने लगी। मुझे लगा कि दीदी कितनी किस्मत वाली थी, जिनको ऐसा पति मिला। जो काम में भी अच्छा था, और कामसूत्र में भी। फिर मेरे दिमाग में कुछ शैतानी आने लगा। मैंने सोचा कि साली भी तो आधी घरवाली ही होती है। तो इस आधी घरवाली को भी घरवाली वाला कुछ मजा तो मिलना ही चाहिए। ये सोच कर मैंने अपने जीजू से चुदने का फ़ैसला किया।