वियाग्रा ने सोनू को बनाया चुदक्कड़-1

तारक मेहता का उल्टा चश्मा हिंदी सेक्स स्टोरी में आपका स्वागत है। कहानी शुरू करते है।

सोनू और तप्पू का बहुत पुराना चक्कर चल रहा था, और दोनों ने एक-दूसरे को अच्छे से चूसा हुआ था। अगर कुछ बाकी रह गया था, तो वो थी चुदाई, जिसके लिए उनको मौका नहीं मिल रहा था। इधर तप्पू रोज अपना लंड हिलाता था सोनू के सेक्सी जिस्म के बारे में सोच-सोच कर, और दूसरी तरफ सोनू तप्पू के लंड के बारे में सोच कर अपनी चूत में उंगलियां करती थी। दोनों की चुदाई की तड़प बढ़ती जा रही थी।

फिर एक दिन उनको मौका नज़र आया। सोनू के मम्मी-पापा किसी यात्रा पर जा रहे थे, तो उन्होंने जेठालाल और दया से भी साथ चलने को कहा। जेठालाल को दुकान का काम था, इसलिए उसने मना कर दिया। लेकिन दया और चंपकलाल जाने के लिए मान गए। जब तप्पू को इसका पता चला, तो वो भी बहाना बना कर नहीं गया।

उधर सोनू भी कॉलेज क्लासेज का बहाना बना कर नहीं गई। हालांकि इस वजह से उसको घर पर अकेले रहना पड़ना था। लेकिन बात सिर्फ 2 दिन की ही थी, तो सोनू के मम्मी पापा उसको घर पर अकेले छोड़ गए।