मां को चोदने के लिए लोगों ने उकसाया-10

पिछला भाग पढ़े:- मां को चोदने के लिए लोगों ने उकसाया-9

मैंने रेखा को रात भर चोदा। हेडमास्टर की बिंदास बेटी संगीता से दोस्ती भी की। मेरा दोस्त रेखा को चोदने के लिए कोई भी क़ीमत देने को तैयार था।

विनोद: रेखा ने अगर मुझसे जल्दी नहीं चुदवाया तो मैं उसे उठवा लूंगा। उफ़, रात दिन रेखा की प्यारी बूर का ही सपना देखता रहता हूं।

इतना बोल कर वो रुम से बाहर चला गया। एक सवा घंटा पढ़ाई करने के बाद मैं सो गया। दरवाज़े पर नॉक सुन कर नींद खुल गई। समय देखा रात का 12:30 हुए थे। उस रात मैंने किसी को नहीं बुलाया था। मुझे लगा कि विनोद ही नॉक कर रहा था। मैं सिर्फ़ एक अंडरपैंट पहन कर ही सो रहा था। मैं वैसा ही बेड से उतरा और दरवाज़ा खोला।

ये बनबारी गार्ड नहीं कोई और गार्ड असलम था। लेकिन वो अकेला नहीं था। उसके साथ बुर्का पहने हुए कोई औरत थी।

मैं: असलम, मैंने किसी को नहीं बुलाया है। इसे ले जाओ, मुझे सोने दो।

औरत: असलम काका, आप अपनी ड्यूटी करो। लेकिन भूलना मत, 4 बजे तुम्हें ही मुझे घर पहुंचाना है।

असलम वहां से चला गया और औरत ने अंदर से दरवाज़ा बंद कर दिया।

औरत: मुझे भी तो देखने दो कि अपनी मां को मुफ़्त की रंडी कैसे बनाओगे।

औरत की आवाज़ और बातें सुन कर समझ गया कि मेरे सामने संगीता थी। मैंने उसे अपनी बाहों में लेकर होंठ और गाल, दोनों को खूब चूमा।

मैं: मेरी प्यारी संगीता, मैं तुम्हारी अनदेखी चूत में घुसने का ही सपना देख रहा था।

संगीता: यार फिर इंतज़ार क्या कर रहे हो, ये रंडी तुम्हें अपने अंदर ही लेने आई है। कई औरतों ने कहा था कि हर लड़की को पहले अपने बाप की उम्र के आदमी से ही चुदाई शुरु करनी चाहिए। ये असलम अक्सर मेरे घर आता है। मैं इसे बढ़िया से पहचानती थी। इससे बातें भी करती थी।

संगीत: चार महिने पहले इसी ने कहा कि कुछ लड़के मेरे बारे में गंदी बातें करते हैं, मुझे चोदना चाहते है। मैंने उससे और पूछा तो उसने कहा कि अपने क्लास का रंजन मुझे 50 हज़ार तक देने को तैयार है। लेकिन उसने कहा कि रंजन सिर्फ़ कुंवारी माल को 50 हज़ार देगा। अगर मैं पहले से चुद चुकी हूं, तो सिर्फ़ 5 हज़ार देगा। असलम की बातें सुन कर में चुदवाने के लिए तैयार हो गई।

संगीता बोल रही थी और मैंने उसे नंगा कर दिया। दोनों हाथों से बदन को सहलाते हुए कहा, “बहुत ही मस्त और सुंदर लड़की हो। तुमने रंजन से चुदवा लिया?“

संगीता मेरे कपड़े खोलने लगी।

संगीता: अपने क्लास में मुझे 4-5 लड़के ही पसंद है। उनमें एक तुम भी हो। मैंने असलम से कहा कि मैं चुदाई की शुरुआत किसी बड़े उम्र के आदमी के साथ करना चाहती हूं साथ ही मुझे कम से कम एक लाख चाहिए।

मैं: बेचारा असलम 50 साल का होगा और तुमने उसके सामने चुदाई की बात की। उसने तुम्हें चोदा नहीं?

संगीता: अगर वो चोदना चाहता तो शायद मैं चुदवा भी लेती, लेकिन उसने मुझे नंगा करने या चोदने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखायी। 8-10 दिन के बाद असलम ने मुझे एक लिफ़ाफ़ा दिया और उसने कहा कि लिफ़ाफ़े में 2 लाख रुपये है। असलम ने कहा कि कस्टोमर को माल बिल्कुल कुंवारी चाहिए और पूरे दिन के लिए चाहिए।

संगीता: अगले ही दिन असलम मुझे शहर के एक होटल में ले गया और रुम में एक 55-56 साल का एक मारवाड़ी सेठ था। उम्र जो भी हो, उसने मेरी चूत फाड़ी और 7 घंटे में तीन बार ही चोद पाया। उसने लंड भी खूब चुसाया। वो मुझसे इतना ख़ुश हुआ कि अगले रविवार को भी मुझे होटल में बुलाया। मैं गई और उस दिन उसके साथ उसकी ही उम्र का एक और आदमी था। दोनों ने 2-2 बार चोदा, लंड चुसाया। उस दिन भी मुझे 2 लाख मिला।

मैंने संगीता को बेड पर लिटाया। कुछ देर मैंने होंठों को चूसा और उसके बाद चूचियों को चूसा। फिर क़रीब 40-45 मिनट बूर को अंदर बाहर से खूब चूसा, बहुत चाटा। संगीता पूरे समय सिसकारी मारती रही। संगीता रुम में आई उसके क़रीब डेढ़ घंटा बाद मैं बूर में लंड पेलने लगा।

संगीता: वाह अमित बहुत मोटा लंड है, लग रहा है पहली बार कोई लंड बूर में घुस रहा है।

मैं: संगीता, मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा है। तीसरे आदमी ने भी होटल में ही चोदा क्या? वो भी कोई मारवाड़ी सेठ ही था क्या?

संगीता: नहीं, तीसरा आदमी कोई सेठ नहीं, नाम नहीं बताऊंगी, एक अपना ही टीचर है, उस ने कॉलेज के गेस्ट हाउस के एक रुम में चोदा लेकिन वो साला पहले दोनों से भी बेकार निकला। पहले सेठ ने मेरी चूत फाड़ी। बहुत मज़ा तो नहीं आया था लेकिन ठीक था। दूसरे वाले ने पहले वाले से ज़्यादा देर तक और बढ़िया चोदा लेकिन अपना टीचर तो यार 10 मिनट भी कड़ा नहीं रह पाया। 25 हज़ार लिया था तो रात भर उसके साथ रही। लेकिन कोई मज़ा नहीं आया था।

मैं दना दन रेल ही रहा था। लगातार चिकने बदन को सहलाते हुए, बीच-बीच में चुनते हुए पूरी ताक़त से धक्का मार रहा था।

मैं: तुम मेरी चौथी औरत हो। पहली तीन को भी चोद कर मज़ा आया था, लेकिन तुम्हारे साथ कुछ ज़्यादा ही मज़ा आ रहा है। तुम औरतें चुदाई में किस तरह का मज़ा ढूंढती हो। उन तीनों ने हर बार कहा है कि मैंने उन्हें पूरा संतुष्ट किया। कैसी संतुष्टि चाहती हो तुम लोग?

रेखा ने बहुत ही मस्ती में तीन बार चुदवाया था। मुझे तो रेखा को चोद कर बहुत ही ज़्यादा मज़ा आया ही था, रेखा ने भी कहा था वह पूरी तरह से संतुष्ट हो गई थी। अगले दिन मां और बेटी की जोड़ी को अपने रुम में ही चोदा था, और उन्होंने भी कहा था कि उन्हें इतना मज़ा आया कि वे दुबारा मेरे साथ चुदवाने आयेगी। लेकिन ये जवान लड़की कह रही थी कि उसे किसी के साथ कोई मज़ा नहीं आया था।

संगीता: यार, अब कैसे बताऊं कि हम लड़कियों को कैसा मज़ा चाहिए। जब बढ़िया चोदे तो कैसा लगता है? सच मुझे नहीं मालूम। तीनों आदमियों से 3-3 बार चुदवाया लेकिन उनसे दुबारा चुदवाने का मन नहीं है। मैंने कई औरतों से इस बारे में बात की है। उनका कहना है कि जैसे तुम लड़कों के लंड से रस निकलता है वैसा ही रस औरत की बूर में भी निकलता है लेकिन तभी जब वह पूरी तरह से संतुष्ट होती है।

संगीता: तुमसे पहले 9-10 बार लंड मेरी बूर में घुसा। उन हरामियों के लंड ने हर बार पानी छोड़ा, लेकिन मुझे नहीं लगता है कि मेरी बूर से एक बार भी रस निकला हो। चुदवा कर ठंडा होने के बदले हरामियों ने मुझे और गर्म कर दिया, और तुमने एक बार चूमा तो मैं तुम्हारे पास ठंडी होने आ गई। यार उन तीनों के साथ चुदवाने में एक बार भी ऐसा मज़ा नहीं मिला था, जितना तुम दे रहे हो। बहुत बढ़िया लग रहा है यार।

संगीता: तुम्हें कैसी लड़की, कैसी माल पसंद है? कई औरतों ने, मेरी मां भी कहती है कि जिस मर्द का बदन बढ़िया गठीला हो और उसके लंड की लम्बाई मोटाई बढ़िया हो तो 10 में से 9 वैसे आदमी ज़रूर बढ़िया चुदाई करेंगे। तुम्हारे घर से निकलने के बाद जानती हो मां ने क्या कहा?

मैं पूरी ताक़त से धक्का लगा रहा था। यह जान कर बढ़िया लगा कि संगीता की मां ने मेरे पीछे मेरे बारे में बात की।

इसके आगे की कहानी अगले पार्ट में।

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