होली में मम्मी ने अपनी मालपुआ चखाई

हेलो दोस्तों, मेरा नाम मनीष है, और मैं 24 साल का हूं। मैं अपने घर परिवार से दूर पटना में रह कर पढ़ाई करता हूं, और केवल त्योहार पर ही अपने घर जाता हूं। मेरा घर पटना से 2 घंटे के रास्ते पर है। घर में मम्मी-पापा, दादा-दादी और भाई-बहन है। पापा गांव के बाहर बाजार मे कपड़े की दुकान चलाते हैं। भाई-बहन अभी स्कूल जाते हैं।

मम्मी घर संभालती है। घर का काम करने से मम्मी का बदन बहुत ही ज्यादा गठीला और शरीर सुडौल है। उनकी खूबसूरत आंखें और गोरा चेहरा, उनके पूरे बदन को आकर्षक बना देता है। मम्मी का नाम सविता है और उनकी उम्र 43 साल है। हालांकि देखने में मम्मी की उम्र अभी बहुत ही कम लगती है। उनकी सुंदरता देख कर कोई भी मोहित हो जाता है।

मम्मी मेरी बहुत ही हंसमुख है। वह हर किसी से हंस कर बातें करती है। वैसे तो मम्मी पूजा पाठ करती है, लेकिन मम्मी के अंदर भी वासना है। जब-जब मौसा जी मम्मी के साथ छेड़-छाड़ करते है, तो मम्मी बहुत ही मजा लेती है। घर में जब कोई नहीं होता, तब मम्मी मौसा जी के बाहों में चली जाती है, और मौसा जी जैसे-जैसे मम्मी का चुम्मा लेते है, मम्मी हंस कर मजा लेती है। लेकिन मम्मी सिर्फ ऊपर से करने की इजाजत देती है, भीतर हाथ नहीं लगाने देती। अब कहानी पर आता हूं।

बात 2 साल पहले की है, जब मैं होली में अपने घर गया था। घर के सभी लोग होली के लिए बहुत ज्यादा उत्साहित थे। मम्मी पुआ-पकवान बनाने में बिजी थी। लेकिन मम्मी बहुत ही ज्यादा उस दिन खूबसूरत लग रही थी। उनके बाल खुले थे, और वह वाइट रंग के साड़ी पहन कर पुआ-पकवान बना रही थी।