नमस्ते दोस्तों, मेरा नाम हार्दिक है। मेरी पड़ोसन की चुदाई कहानी में आपका हार्दिक अभिनंदन करता हूं। मैं हरियाणा के रोहतक का रहने वाला हूं। मेरी उम्र 19 साल है। मेरी हाइट 6 फुट 2 इंच है। साथ ही मेरा लंड 6 इंच लंबा और 2½ इंच मोटा है। आज मैं जो कहानी आपको बताने जा रहा हूं, वह मेरी और मेरे पड़ोस में रहने वाली लड़की के बीच हुई चुदाई के बारे में है। सभी लड़के अपना लंड पकड़ ले, और लड़कियां अपनी चूत में उंगली रख ले। तो अब आपको बताता हूं इस कहानी की हीरोइन के बारे में।
उसका नाम रिया था। उसकी उम्र भी 19 साल थी, और उसकी हाइट 5 फुट 5 इंच थी। दोस्तों रिया एक बहुत ही मस्त माल थी। उसके चूची एक-दम मस्त साइज की थी। उसकी गांड भी बहुत कसी हुई थी। उसका रंग गोरा था। साथ ही उसके होंठ भी बहुत रसीले थे। जब भी उसको देखता था, तो मेरा लंड खड़ा हो जाता था।
जब भी वह अपने घर की छत पर होती थी, यां बाहर कुछ काम कर रही होती थी, तो उसकी मस्त चूचियों को देख कर मन करता था उन्हें पकड़ कर चूस लूं। जब भी वह अपने घर के बाहर झाड़ू लगा रही होती थी, तो उसकी गांड को देख कर मन करता था कि वही पकड़ कर पीछे से चोद दूं।
यह कहानी करोना काल की है। जैसा कि आप जानते हैं करोना की वजह से हमारे स्कूल/कॉलेज सभी बंद हो गए थे। वो और मैं दोनों ही अपने-अपने कॉलेजों से घर आ गए थे। क्योंकि हम आपस में पड़ोसी थे, इसीलिए हमारे घर के संबंध आपस में काफी अच्छे थे। रिया और मेरे बीच भी काफी गहरी नहीं पर अच्छी दोस्ती थी।
दोस्तों शरीर से तो मैं मजबूत था ही, साथ में पढ़ाई में भी काफी अच्छा था, और कई कंपटीशन भी जीत चुका था, जो आस-पास में सभी को पता थे। तो हुआ यूं कि एक बार रिया को कॉलेज का कोई असाइनमेंट करना था, और उसे उसमें कुछ दिक्कत आ रही थी, तो वह मेरे पास मदद मांगने आई थी।
उस समय कोई शाम के 7:30 बज रहे थे, और काफी अंधेरा हो गया था। हम दोनों मेरे घर के बरांडे में खड़े थे, जहां हमें कोई देख नहीं सकता था। हम दोनों झूले पर बैठे थे। बातों ही बातों में मैंने अपना हाथ धीरे-धीरे उसकी कमर पर रख लिया, और उसकी कमर और उसके पेट को सहलाने लगा। उसने इस बात का कोई विरोध नहीं किया और मेरी हिम्मत बढ़ गई।
अब मैं दूसरे हाथ से उसकी जांघों को भी छूने लगा। हम दोनों ऐसा दर्शा रहे थे, जैसे कुछ हो ही नहीं रहा। जब उसकी तरफ से कोई खास विरोध नहीं हुआ तो मेरी हिम्मत और बढ़ गई और मैं धीरे-धीरे अब अपने हाथों को उसकी कमर से उसकी चूचियों की तरफ ले गया। फिर साइड से उन्हें हल्का-हल्का छूने लगा जिससे उसकी हल्की सी सिसकारी निकल गई।
मेरा दूसरा हाथ भी पूरी तरह से उसकी जांघों को रगड़ रहा था, और उसकी चूत तक भी पहुंचने ही वाला था, कि एक-दम से आवाज आई। उसकी मम्मी उसको बुला रही थी। हमने एक-दम से खुद को ठीक किया, और फिर वह अपने घर चली गई।
दोस्तों उस रात मैंने काफी मुठ मारी रिया के नाम की और काफी माल निकाला। अब मैं बस उसको किसी भी तरह से जल्द से जल्द चोदना चाहता था। एक बात तो साफ़ थी, कि वह भी मुझसे चुनना चाहती थी। इसलिए हम दोनों बस एक मौके की तलाश में थे।
इसी बीच हम दोनों फोन पर तो सामान्य बात करते ही रहते थे। हम खूब सारी फ्लोटिंग और नॉनवेज जोक भी आपस में शेयर करते थे। तो दोस्तों जैसा कि आप सब जानते हैं धीरे-धीरे लॉकडाउन के बाद अनलॉक हुआ, और सब चीजें खुल गई, लेकिन स्कूल/कॉलेज अभी तक बंद थे। इसीलिए हमारे जो पेरेंट्स थे, उनका भी काम शुरू हो गया, और अब वह घर से जाने लगे।
लेकिन हम दोनों अपने-अपने घर पर रह कर ही ऑनलाइन क्लासेस ले रहे थे। एक बार रिया की मम्मी मेरे घर पर आई, और उन्होंने मुझे बताया कि उसके कंप्यूटर में कुछ दिक्कत आ रही थी। तो मैं उनके घर गया और मैंने उनका कंप्यूटर चेक किया। इतने में उसकी मम्मी किसी काम से नीचे चली गई। उसका कमरा घर के ऊपरी मंजिल पर था।
अब कमरे में सिर्फ वो और मैं ही थे। मैंने उसका कंप्यूटर देखा और तुरंत नेट से कुछ सॉल्यूशन निकाल कर वहां अप्लाई किए, और उसके कंप्यूटर का इंटरनेट चलने लगा। अब जो मैंने देखा कि कमरे में सिर्फ वो और मैं ही थे, और उसकी मम्मी नीचे काम कर रही थी, तो मैंने हिम्मत करके उसके बूब्स को पीछे से दबोच लिया। उसकी भी एक-दम से सिसकारी निकल गई, और वह बहुत मादक आवाज निकालने लगी, जिससे मेरा जोश और बढ़ गया।
रिया: आह ओह ओह।
वह मेरा विरोध नहीं कर रही थी, बल्कि हम दोनों एक-दूसरे की तरफ देख कर मुस्कुरा रहे थे। मैं उसके बूब्स खूब दबा रहा था, और पीछे से अपना खड़ा हुआ लंड उसकी गांड पर लग रहा था।
रिया: अमममम ओह आह।
मैं साथ ही साथ उसके कानों को पीछे की तरफ चूम रहा था चाट रहा था। उसकी गर्दन पर भी बहुत सारी किस्स कर रहा था। उसे भी काफी मजा आ रहा था।
रिया: ममम ओह, मुझे कब से इस पल का इंतजार था आह हमम।
इतने में मैंने उसकी टी-शर्ट को ऊपर किया और उसकी ब्रा को भी साइड में कर दिया, और उसकी वह मस्त गुलाबी निप्पल वाली नरम चूचियां मेरे सामने थी। मैं उनको अपनी उंगलियों से मसलने लगा, और फिर मैंने उसको सीधा कर लिया, और उसके निपल्स अपने मुंह में लेकर चूसने लगा।
रिया: आहह आराम से चूसो। अब यह तुम्हारे ही है अमम।
दोस्तों मैं तो जन्नत में था। उसके बूब्स बहुत मुलायम थे। उन्हें दबाने में बहुत मजा आ रहा था। वह भी अपने मुंह पर हाथ रखे खूब मजे ले रही थी। ज्यादा आवाज़ नहीं कर रही थी, तांकि उसकी मम्मी को शक ना हो। दोस्तों उसके बाद मैंने उसे उसके कमरे के बेड पर पटक दिया, और उसकी पजामी निकाल कर एक-दम से उसकी गुलाबी चूत पर धावा बोल दिया, और उसे चूसने लगा।
इतना मस्त स्वाद था उसकी चूत का कि मैं बता नहीं सकता। एक-दम गुलाबी, बिल्कुल साफ, और उसे भी बहुत मजा आ रहा था। लेकिन वह अपनी आवाज दबाए थी।
मैं: मेरी जानेमन क्या स्वाद है तेरी चूत का। आज तो मैं इसे पूरा सफाचट कर जाऊंगा।
रिया: खा जा मेरी चूत को। अब से मेरा पूरा शरीर तेरा ही है। और चाटो, और अंदर तक आह।
5 मिनट के बाद उसका माल निकल गया। उसके बाद हम एक-दूसरे को जबरदस्त चूमने लगे। मैंने देर तक उसके होठों का रस चूसा। उसके होंठ बहुत रसीले थे। मजा आ गया उन्हें चूस कर। मैंने उसके होठों का सारा रस पी लिया। उसके होंठ चूसने के बाद मेरा मेरा लंड अब पागल हो गया था।
उसने अपना हाथ मेरे लंड पर रखा, और उसको सहलाने लगी। पजामा उतार कर मेरा लंड उसके मुंह के सामने आ गया और वो उसे हाथ में लेकर सहलाने लगी। मेरा लंड किसी लोहे की तरह गर्म हो गया था।
मैंने उसे कहा इसे मुंह में भी लो, तो वह हल्के से मेरा लंड मुंह में लेने लगी। क्या मजा आया दोस्तों, मेरा गर्म लोहे जैसा लंड उसके मुंह में उसकी जीभ को छू रहा है। वह अपनी जीभ से मेरे टोपे को चाट रही थी, और उसे चूस रही थी। इतना मजा मुझे पहले कभी नहीं आया।
मैं: मेरी रंडी क्या लंड चूसती है, और चूस, ले मेरा लंड ओहहह आहहह।
रिया: हां मेरे मालिक, आज से मैं आपकी रंडी हूं। हर वक्त आप का लंड चूसने आऊंगी।
फिर मुझे ध्यान आया कि उसकी मां कभी भी आ सकती थी। मैं जल्दी-जल्दी उसको लंड चुसवाने लगा, और दोस्तों क्योंकि मेरा पहली बार था इसलिए 10 मिनट में ही झड़ गया, और उसके मुंह में झढ़ गया। जल्दी से मैंने अपने आप को ठीक किया। उसने भी मेरा सारा माल पीकर अपने आप को ठीक किया, और मैं वहां से चला गया।
उसके बाद मैं घर आ गया। हमने आपस में फोन पर शाम जब बात की। तो उसने बताया उसे भी आज बहुत मजा आया था। अब हम दोनों अपनी इस आग को पूरी तरह से शांत करना चाहते थे, और अब बस मौके का इंतजार था, जब मैं अपना लंड उसकी चूत में घुसा सकूं, और उसे कली से फूल बना सकूं।
दोस्तों कैसे मैंने अपनी कमसिन पड़ोसन को चोद-चोद कर अपनी रंडी बनाया, वह इस सेक्सी कहानी का रिस्पॉन्स देख कर बताऊंगा।