ऐसे करते हुए जावेद ने मेरी पैंटी नीचे खींच कर पैरों तक कर दी। अब मेरी नंगी गांड उसके सामने थी। उसने अपने दोनों हाथों से मेरे दोनों चूतड़ों को पकड़ कर फैलाया, जिससे उसको मेरी गांड और चूत दोनों के छेद दिखने लगे। फिर उसने दोबारा मुंह मेरी गांड में डाल दिया। इससे मैं बेचैन होने लगी। मुझे बहुत मजा आ रहा था, और मैं आहें भर रही थी। मेरा बेटा बड़े अच्छे से मेरी गांड और चूत के छेदों में अपनी जीभ का इस्तेमाल करके मुझे मजा दे रहा था।
मुझसे रुका नहीं गया, और मैंने एक टांग यूपीए उठा कर वाशबेसिन पर टीका ली। इससे मेरे चूतड़ अच्छे से खुल गए। फिर मैंने जावेद के सर पर हाथ रखा, और उसको अपनी गांड में दबाने लगी। मेरे शरीर में बार-बार मजे से झटके पड़ रहे थे। कुछ देर ऐसे करने के बाद मेरा पानी निकल गया। जावेद मेरा सारा पानी पी गया, और चूत को चाट कर साफ कर दिया।
फिर वो खड़ा हो गया। मैं उसकी तरफ देखने लगी, और आंखों ही आंखों में उससे पूछने लगी कि अब क्या करने वाला था वो। वो मेरे करीब आता गया, और हम दोनों के होंठ आपस में मिल गए। वो पागलों की तरह मेरे होंठ चूसने लगा, और मैं भी उसका पूरा साथ देने लगी। होंठ चूसते हुए वो मेरा कमीज़ ऊपर करके लगा, और फिर किस्स तोड़ कर उसने मेरा कमीज़ निकाल लिया।
अब मैं सिर्फ ब्रा में थी। उसने मेरे चूचों को ब्रा के ऊपर से जोर से दबाया, जिससे मेरी आह निकल गई। फिर उसने ब्रा खींच कर फाड़ दी, और चूचे आजाद कर दिए। उसके बाद उसने दोनों चूचों को अपने हाथों में इतनी जोर से जकड़ा, तो दोनों निप्पल फूल गए, और चूचों को हरी-हरी नाड़ियां दिखने लगी।
अब वो मेरे चूचों को आम की तरह दबा कर चूसने लगा। मुझे चूचों पर दर्द हो रहा था, लेकिन मज़ा भी आ रहा था। कुछ देर तक चूचे चूसने के बाद उसने मुझे बाहों में लेके उठाया, और कमरे में ले गया। वहां उसने मुझे बिस्तर पर पटक दिया। अब एक मां अपने बेटे के सामने नंगी बिस्तर पर लेटी थी, और उसका लंड लेने के लिए तैयार थी।
फिर जावेद ने अपने सारे कपड़े उतार दिए। उसका लंड बहुत अच्छा लग रहा था। फिर वो मेरे ऊपर आया, और मेरे चूचे चूसने लगा। एक हाथ से उसने लंड मेरी चूत पर सेट किया, और फिर जोर का धक्का मारा। मेरी आह निकली, और लंड चिकनी चूत में फिसलता हुआ अंदर चला गया। फिर मैंने जावेद को अपनी तरफ खींचा, और उसके होंठों से होंठ मिला दिए। वो मेरे होंठ चूसते हुए नीचे मेरी चूत की चुदाई कर रहा था। मुझे तो जन्नत वाला एहसास हो रहा था।
धीरे-धीरे जावेद की स्पीड तेज होती गई, और धक्के भी जोर के लगने लगे। उसके हर धक्के पर मेरे बूब्स जोर से हिलने लगते, और कभी तो बिस्तर से भी चर चर की आवाज आने लगती। वो मेरे चूचों को अपने दांतों से काट जा रहा था, जिसमें उसको बहुत मजा आ रहा था।
फिर उसने मेरी टांगें ऊपर उठा कर अपने कंधों पर रख ली, और मुझे पूरा मोड़ दिया। अब वो मेरे ऊपर चढ़ कर मुझे चोदने लगा। वो मेरे साथ वाइल्ड सेक्स कर रहा था। मैं अब और खुद को रोक नहीं पाई, और मेरी चूत ने दोबारा पानी छोड़ दिया। जावेद समझ गया कि मैं झड़ चुकी थी।
फिर उसने अपना लंड चूत से निकाला, और चूत कपड़े से साफ की। उसके बाद उसने मुझे घोड़ी बनने को कहा। मैं अपने बेटे का हुकुम मानते हुए घोड़ी बन गई। उसने मेरे बड़े-बड़े चूतड़ों पर जोर के थप्पड़ मारे। मेरे चूतड़ लाल करने के बाद उसने लंड चूत पर सेट किया, और ताबड़तोड़ चुदाई करने लगा। वो जोर-जोर से धक्के मार रहा था, जिससे मेरा पूरा जिस्म हिल जाता था। मेरे चूचे उछल रहे थे।
कुछ देर बाद उसने चूत से लंड निकाला। मुझे लगा शायद उसका निकलने वाला होगा, लेकिन तभी उसने गांड के छेद पर लंड रखा, और पेल दिया। मेरी जोर की चीख निकली, लेकिन मैंने अपना मुंह दबा लिया। उसका आधा लंड मेरी गांड में जा चुका था, और आज पहली बार मेरी गांड में लंड गया था। बहुत दर्द हो रहा था। मैं उससे दूर होने की कोशिश में बिस्तर पर आगे होके उल्टी लेट गई। लेकिन वो मेरे ऊपर लेट गया, और दोबारा लंड गांड में पेल दिया।
अब वो धक्के पे धक्के मारता रहा, और मैं अपना मुंह तकिए में दबा कर अपनी चीखों को धीमा कर रही थी। कुछ देर की चुदाई के बाद मेरी गांड अच्छे से खुल गई। अब मुझे मजा आने लगा, और मैं गांड उठा-उठा कर चुदवाने लगी। 15 मिनट की चुदाई के बाद उसने अपना गरम माल मेरी गांड में निकाल दिया।
अब हम दोनों शांत हो कर लेट गए। जितने भी दिन हम वहां रहे, जावेद ने मुझे बहुत पेला। हमारा चुदाई रिश्ता आज भी कायम है।
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