मेरे चारों बच्चे मेरी जान-4

माँ और बेटे के बिच होती चोदम चुदाई की यह कहानी पढ़िए और अपनी इन्सेस्ट फेंटेसी को इमेजिन कीजिये. देसी परिवार की चुदाई स्टोरी।

शीला की जवानी-3

कुछ देर ऐसे ही लेटने के बाद मैं लंड निकालने को हुआ कि ज्योति बोली, “अभी नहीं अजीत। ये कह कर ज्योति ने मेरे होंठ अपने होठों में ले लिए और चूसने लगी।

शीला की जवानी-2

अब लुकी छुपी बात करने का कोइ फायदा नहीं था। मैंने पेण्ट के ऊपर से खड़े लंड को पकड़ा और बोला, “ये – ये खड़ा होने लगा है”। फिर मैंने ज्योति की चूचियां सहलाईं।