मुकुल कुलश्रेष्ठ – देवर विपिन की छुट्टियां और मस्त चुदाई-1

विपिन ने सोचा इतने लेसदार पानी तो एक गांड क्या चार गाँडों को चोदा जा सकता है। विपिन ने उस लेसदार पानी को सूंघा।

मेरे बचपन का प्यार रूबी – अंतिम भाग – कामयाब और यादगार शिमला ट्रिप

“गुड मॉर्निंग सर” और एक किस मेरे होठों पर किया और एक किस्स पायजामें की ऊपर से ही मेरे लंड पर किया, और हंस कहा “ये शरारती अभी भी सो रहा है”।

रजनी की चुदाई उसीकी जुबानी-17 – जन्नत करनाल में ही है

मैं जा कर सोफे पर बैठ गयी और पति पत्नी कि चुदाई देखने लगी। एक हाथ मेरा मेरी चूत को मसल रहा था। “गीली हुई पड़ी थी और मुझे तो थोड़ी फूली भी लग रही थी”

रजनी की चुदाई उसीकी जुबानी-15 – करनाल के जलवे

घर में चुदाई का पूरा खेल चल रहा था। “इस घर में हर मर्द घर की हर को औरत को चोदता था, मगर पूरी ईमानदारी और असूलों के साथ”।