रजनी की चुदाई उसी के जुबानी-12 – करनाल में क्रांति

दीपक के लंड में से कुछ नमकीन नमकीन निकल रहा था। मैं तो चाटती जा रही थी जो भी ये नमकीन नमकीन था।

मुझे तुमसे प्यार है मामा | ट्रिपल धमाल

मामा ने इसके बाद मेरी गांड का उदघाटन भी कर डाला. अब वो मुझे दोनों तरफ से बजाते थे. मुझे भी बिना चुदे चैन नहीं मिलता था. मेरी चूत लंड-लंड करने लगी थी.

रजनी की चुदाई उसीकी जुबानी-10

चुदाई की आवाजें भी सुनी जा सकती थी फच….. फच…… फच….. । गीली चूत पर लंड का अंतिम सिरा टकराता था तो आवाज़ आती थी फच….. फच….. फच…।

रजनी की चुदाई उसीकी जुबानी-7

अब हम सोच रहीं थीं, क्या होगा जब दो लंड होंगे दो चूतें होंगी और दो ही गांड के छेद – “कहीं भूचाल ना आ जाये”।