रजनी की चुदाई उसीकी जुबानी-16 – करनाल का करंट

लड़कियों ने तो टांगें उठा फैला कर गांड और चूत के छेद आगे कर देने हैं, “आओ जी डालो अपने लौड़े इनमें और करो इनकी चुदाई घिसाई।

रजनी की चुदाई उसीकी जुबानी-15 – करनाल के जलवे

घर में चुदाई का पूरा खेल चल रहा था। “इस घर में हर मर्द घर की हर को औरत को चोदता था, मगर पूरी ईमानदारी और असूलों के साथ”।

रजनी की चुदाई उसी की जुबानी भाग-13 – करनाल के जलवे

“पप्प फच पट्ट — पप्प फच पट्ट — पप्प फच पट्ट — पप्प फच पट्ट — की संगीतमयी ताल के साथ क्या मस्त चुदाई हो रही थी मेरी ।

रजनी की चुदाई उसी के जुबानी-12 – करनाल में क्रांति

दीपक के लंड में से कुछ नमकीन नमकीन निकल रहा था। मैं तो चाटती जा रही थी जो भी ये नमकीन नमकीन था।

रजनी की चुदाई उसीकी जुबानी-10

चुदाई की आवाजें भी सुनी जा सकती थी फच….. फच…… फच….. । गीली चूत पर लंड का अंतिम सिरा टकराता था तो आवाज़ आती थी फच….. फच….. फच…।

रजनी की चुदाई उसीकी जुबानी-6

चुदाई एक से ही करवानी चाहिए – “हमने अपनी भोसड़ी का भोसड़ा थोड़े ही बनवाना है – ये भोसड़ी तो हमारे भावी पतियों की अमानत है “।