पिछला भाग पढ़े:- मेरी खूबसूरत पत्नी को अकेले रहना पसंद नहीं-4
अंजली: फिर तुम्हें भी किसी दूसरी बढ़िया लड़की से शादी कर लेनी चाहिए थी।
अंजली ने उसके सामने चाय-नाश्ता रखा, और ज़मीन पर ही उसके बग़ल में बैठ गई।
बल्लू: मैं बहुत दुखी हो गया था। घर वापस आया तो देखा कि सीमा अपने आदमी के साथ मेरे घर के बरामदे पर बैठी थी। कई पड़ोसी भी थे। सबके सामने सीमा ने मेरा हाथ पकड़ा। उसने कहा, “बलदेव, तुम बहुत बढ़िया आदमी हो। लेकिन जब एक अमीर आदमी मुझे अपने साथ रखना चाहता है, तो फिर मैं तुम्हारे साथ ग़रीबी में क्यों रहूं? अब आगे से हमें परेशान करने का कोशिश भी मत करना। बेकार की परेशानी में पड़ जाओगे। किसी गरीब लड़की से शादी कर लो। मेरे जैसी खूबसूरत औरत को तुम नहीं संभाल सकते हो। ये लो मुझे छोड़ने की क़ीमत।”
बल्लू: सीमा ने मेरे हाथ में बैग रखा और दोनों कार में बैठ कर चले गये। पड़ोसियों ने कहा कि बढ़िया हुआ कि रंडी ख़ुद घर छोड़ कर चली गई। कई लोगों ने कहा कि बहुत खूबसूरत औरत से शादी करनी ही नहीं चाहिए। सभी पड़ोसी चले गये तब मैंने बैग खोला। मालकिन, उस बैग में 30 हज़ार रुपया था। एक बार तो जी किया कि रुपये को फेंक दूं, लेकिन मेरी मासिक तनख़्वाह सिर्फ़ एक हज़ार ही थी।
बल्लू: मैंने रुपया रख लिया। अगले ही दिन नौकरी छोड़ दी, और कुछ लोगों के बोलने पर यहां आ गया। जिस दिन यहां आया केडिया साहब की नज़र मुझ पर पड़ी। उन्होंने मुझे अपने घर में नौकरी दे दी। तब से, पिछले 15 साल से मैं यही हूं। केडिया साहब ने ही मुझे ये माली का काम भी दिलवाया है।
अंजली: बुड्ढे को छोड़ो, मुझे लगता है कि तुम अपनी घरवाली को पति का सुख नहीं दे पाते होंगे। इसलिए वह तुम्हें छोड़ कर चली गई। औरत को जब अपने मर्द से पूरी संतुष्टि मिलती है, तब कितनी भी ग़रीबी हो वो पति को छोड़ कर नहीं जायेगी।
उसकी बात सुन कर बल्लू अंजली को घूर-घूर कर देखता रहा। अंजली के दिल की धड़कन बहुत तेज हो गई। मन ही मन वो चूदाई के लिए तैयार थी। बल्लू ने एक घूंट में जो चाय बचा था सब पी लिया।
बल्लू: आपके कहने का मतलब है कि मैंने सीमा को बढ़िया से नहीं चोदा था, इसलिए वो मुझे छोड़ कर कर भाग गई?
तीर अब कमान से निकल चुका था। बस बल्लू को पहल करने की ज़रूरत थी। वो अंजली को हाथ लगाता, तो वो ख़ुद नंगी हो जाती।
बल्लू: आपको मालूम है कि केडिया ने मुझे नौकरी पर क्यों रखा है?
अंजली: मुझे कैसे मालूम होगा? तुम ही बताओ तुम क्या करते हो उसके साथ? माया ने बताया कि बुड्ढा अपने सामने औरतों को अपने नौकरों से चुदवाता है।
सुबह बल्लू ने कहा था कि वो केडिया की नज़र में आ गई थी, तो केडिया उसे ज़रूर चोदेगा और उस समय अंजली ने भी चुदवाने की बात की। फिर बल्लू अंजली के सामने नंगा हो गया।
बल्लू: हां, माया ने ग़लत नहीं कहा है। केडिया बहुत अमीर है। उसके तीन बेटे हैं। दूसरे शहर में बहुत सा धंधा करते हैं। कई मकान से भाड़े की भी आमदनी है। केडिया को औरतों को नंगा देखने की आदत हैं। सुना है कि जब उसकी बहु आती है तो वो उन्हें भी घर में नंगा रहने की क़ीमत देगा। अब वो आपको जल्दी ही अपने घर ले जायेगा।
बल्लू: उसके घर के दो हिस्सा है। एक अंदर का हिस्सा जहां उसका परिवार रहता है। बेटा-बहु आकर रहते हैं। दूसरा बाहर का हिस्सा है जो रंडियों के लिए है। रोज 3-4 औरतें उसके पास आती है। पहले तो वो ख़ुद औरत के नंगे बदन से खेलता है, बुर चाटता है, चूचियों को चूसता है, अपना लंड चुसवाता है। औरत किसी भी उम्र की हो सभी को अपने सामने घर के नौकरों से चुदवाने बोलता है। औरत को चूस चाट कर इतना गर्म कर देता है कि औरत भी बिना चुदवाए नहीं जानती है।
अंजली: औरतों पर इतना खर्च कर उसे क्या फ़ायदा है? ख़ुद नहीं चोद सकती है, तुम जैसे नौकरों से चुदवाता है, ज़रूर दाल में कुछ काला है। मुझे लगता है कि कोई चोरी छिपे नंगी औरतों की, चूदाई की फ़ोटो खिंचवाता होगा। वैसी फ़ोटो बहुत बड़ी क़ीमत पर बिकती है। तुम भी केडिया के लिए औरतों को चोदते हो? कितनी क़ीमत देता है?
अंजली चुदवाने के लिए बेकरार हो रही थी। लेकिन उसमें थोड़ी शर्म बाक़ी थी। वो चाहती थी कि बल्लू ज़बरदस्ती उसे नंगा करे।
बल्लू: केडिया साहब ने औरतों को चार कैटेगरी में रखा है। एक माया जैसी साधारण परिवार की 30 साल से कम की औरतें। दूसरी कैटेगरी में साधारण परिवार की 30 साल से उपर की औरतें आती है। इन दोनों कैटेगरी की औरतों को घंटा के हिसाब से रुपया मिलता है। वे जितने घंटा नंगी रहेगी उतना हज़ार मिलेगा।
बल्लू: अगर बुर चुसवांएगी, लंड चूसेंगी तो हर घंटे का 2 हज़ार मिलता है। अगर केडिया के सामने नौकरों से चुदवाएंगी तो दस हज़ार मिलेगा, और अगर केडिया के दोस्तों से चुदवाएंगी तो 15 हज़ार मिलता है। 30 साल से कम की औरतों के साथ ख़ुद मस्ती लेता है। लेकिन तीस साल से उपर की औरतों को हाथ भी नहीं लगाता है।
अंजली: तुम्हारा कहने का मतलब है कि उसके यहां दूसरे भी औरतों को चोदने आते हैं, यानी वो घर में ही कोठा चलाता है। तब वो ज़रूर अपने घर की औरतों को भी ऊंची क़ीमत पर दूसरों से चुदवाता होगा।
बल्लू: मालूम नहीं मालकिन, 15 साल से हूं लेकिन कभी ना उसकी बेटी को ही देखा, ना बहुओं को देखा। तीसरी कैटेगरी की औरतों में सरकारी ऑफ़िसर की घर की औरतें है। इनके लिए कोई फ़िक्स रेट नहीं है। और सबसे महंगी आप जैसी, मेरी पत्नी जैसी खूबसूरत औरतें हैं जिन्हें वहां चार घंटा सिर्फ़ नंगा रहने का 25 हज़ार मिलता है और अगर औरत बाक़ी सब काम भी करती है तो उसे कम से कम दो लाख तो मिलता ही है। आप तैयार रहिए, वो जल्दी आप को बुलाएगा।
अंजली: अगर मैं नहीं गई तो?
बल्लू: इस इलाक़े से हर साल 8-10 खूबसूरत औरतें ग़ायब हो जाती है। मालकिन, पुलिस के बड़े-बड़े साहब भी उसके घर आते रहते हैं।
बल्लू ने सीधा नहीं कहा लेकिन अंजली समझ गई कि अगर उसने केडिया की बात नहीं मानी तो वो भी ग़ायब हो सकती थी।
अंजली: यार, तुमने मुझे बहुत डरा दिया है। मैं आनंद को बोलूंगी कि मुझे वापस घर पहुंचा दे।
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