पिछला भाग पढ़े:- मामी के घर में उनको चोदा-1
अब आगे-
माल निकल जाने के बाद मैंने पैंटी से लंड को पोंछा। इस बार बिना किसी डर के वैसे ही टब में भिगो दिया, और हाथ धोकर बाहर आ गया। मामी रसोई में ही कुछ काम कर रही थी। मैंने उनसे पीने के लिए ठंडा पानी मांगा। मामी ने फ्रिज से बोतल निकाली और मुझे देने लगी। मुझे बोतल देने के लिए उन्हें थोड़ा झुकना पड़ा।
उन्होंने गर्मी के कारण मैक्सी पहनी हुई थी, इसलिए जैसे ही वो झुकी उनके चूचों और क्लीवेज की दरार दिखने लगी। उनके चूचे एक ब्रा के सपोर्ट में मैक्सी के अंदर झूल रहे थे। पानी पकड़ा कर मामी अपना काम करने चल दी। मैक्सी से भी उनके चूचों और गांड का उभार दिख रहा था। मैंने पानी पीते हुए ही मामी को निहारा।
तभी एक बर्तन नीचे गिर गया, और मामी उसे उठाने के लिए झुकी तो उनकी मोटी गांड मेरी ओर को दिखने लगी। मन कर रहा था कि अभी जाकर उसी पोजीशन में उनकी चूत की ताबड़-तोड़ चुदाई करके चूत का भोंसड़ा बना दूं।
मेरी हालत खराब हो रही थी। मैंने पानी पिया और लाबी में जाकर बैठ गया। लाबी से बाथरूम साफ दिखता था। थोड़ी देर में मामी किचन से बाथरूम में गयी और कपडों के टब को उठा कर वहीं रखे वाशिंग मशीन तक लायी। वो हर कपड़े को हाथ से उठा कर मशीन में डालने लगी। मुझे सब दिखाई दे रहा था। फिर उनकी पैंटी की बारी आयी।
उन्होंने पैंटी को अपने हाथ में लिया तो उन्हें कुछ चिपचिपा सा लगा। मामी ने पैंटी को पूरा खोला और उसमें लगे माल को उंगलियों से निकाला। वो उसे अपने नाक के पास ले गयी और फिर मेरी तरफ को देखने लगी। मैं लाबी में बैठा चोर नज़रों से ये देख रहा था। माल सूंघने के बाद उन्होंने मेरी तरफ देख कर अपनी उंगली मुंह के अंदर डाल दी और उसको चूसने लगी।
मैंने ये सब देख लिया था। मामी ने पैंटी को मशीन में डाला और बाकी बचे कपड़े भी डालने लगी। अब मुझसे रहा नहीं गया। मैं उठा और बाथरूम की ओर चल दिया। वहां पहुंच कर मैं मामी से बात करने लगा। मामी उदास थी। बात करते-करते उनकी आंख भर आयी। मैंने ढाढस बढ़ाते हुए उनकी पीठ पर हाथ रखा और थपथपाने लगा। पीठ पर हाथ वहां पड़ रहा था जहां ब्रा की पट्टी थी। फिर मैंने पीठ पर हाथ ऊपर नीचे किए। मैं जान बूझ कर ब्रा की पट्टी पर हाथ रगड़ रहा था।
इसी दौरान मैंने धीरे से हाथ थोड़ा और नीचे लाना शुरू किया, और एक दो बार मैक्सी के ऊपर से ही उनकी गांड पर हाथ फेर दिए। मामी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। मैं बाथरूम के अंदर घुसा और अंदर से कुंडी लगा दी। मामी ने कहा ये क्या कर रहे हो? मैंने जवाब नहीं दिया और उनके सामने जाकर खड़ा हो गया। फिर उनके दोनों हाथों को कस कर पकड़ने के बाद उनके होंठों को चूसने के लिए आगे बढ़ा। मामी होठों को नहीं छूने दे रही थी, और पीछे जाते-जाते वाशिंग मशीन पर लेट गयी।
मैंने अपने होंठ उनके होंठों पर रख दिए और चूसने लगा। वो मना कर रही थी। पर ज्यादा जोर नहीं लगा रही थी। मानो जैसे वह भी यहीं चाह रही हों। कुछ देर उनको चूसा और फिर उनके हाथ छोड़ दिए, और अपने हाथों से उनके चूचे पिचकाने लगा। अब मामी को घुमाया और वाशिंग मशीन के सहारे झुका कर उनकी गांड को अपनी ओर किया।
मैं कपड़ों के उपर से ही खेल करने लगा। कभी दांत काट लेता, कभी हाथों से गांड पकड़ कर दबाता। फिर मैं नीचे झुका और मैक्सी को ऊपर की ओर उठा लाया। मैक्सी को गांड के ऊपर तक सिमेटा। अब मामी की लाल रंग की पैंटी दिखने लगी थी। मामी ने अपने हाथ पीछे किए और पैंटी को हाथ से ढकने का प्रयास किया। मैं नीचे बैठ गया और मामी के हाथों को पकड़ कर हटा दिया।
उनकी लाल चड्डी से आधी ढकी गांड मेरे सामने थी। मैंने एक चांटा उस लाल पैंटी के ऊपर ही मारा। मामी की उफ्फ… की आवाज निकली। अब मैंने पैंटी की इलास्टिक पर अंगुली अंदर की और पकड़ कर नीचे कर दी।
पैंटी को घुटने के पास तक लाकर रोक दिया। पैंटी हटने के बाद गांड के आस-पास बाल दिखाई दिए। मैंने दोनों चूतड़ पकड़ कर गांड की दरार को थोड़ा फैलाया तो छेद के आस-पास बाल ही बाल दिखाई दिए। मैंने मामी से मुड़ने को कहा और टांगे पकड़ कर थोड़ी फैला दी। मामी की बुर के आस-पास भी घने झांट के बाल उगे हुए थे। मैंने पूछा कि लास्ट जंगल कब साफ किया। तब उन्होंने बताया कि बहुत टाईम हो गया है।
फिर मैं चूत के थोड़ा पास गया और पहले हाथ से बुर के बालों के ऊपर हाथ फेरा। थोड़ा देर मसलने के बाद अपने होंठ मामी की चूत पर रख दिए। मामी के घुटने ढीले पड़ कर मुड़ने लगे और ऊपर जांघें खुलने लगी। मामी ने मेरे बाल पकड़ लिए थे और मेरी शर्ट उतार दी थी।
थोड़ी देर बुर चूसने के बाद मैं खड़ा हुआ और मामी को वाशिंग मशीन पर वापस पलटा कर उनकी गांड अपनी ओर की। मैंने अपनी पैंट उतार दी और मामी की पैंटी को निकाल कर अलग कर दिया। पैंटी को अपने हाथ में लेकर मैं मामी के ऊपर झुक कर उनके चेहरे के पास आया, और पैंटी को मामी को मुंह में डालने को कहा। मामी अपनी पैंटी को मुंह में लेने को तैयार ना थी, पर मैं उनके मुंह पर उसे रगड़ते रहा। फिर उनके मुंह के अंदर पैंटी को ठूस दिया।
अब मैं पीछे गया और मामी के पैर फैला दिए। अपना लंड हाथ में पकड़ कर थोड़ा झुका, और मामी की गांड से होते हुए नीचे चूत के आस-पास तक गया। मामी ने भी आगे से अपना हाथ पीछे किया और लंड पकड़ कर उसे सही दिशा दिखाई। लंड को चूत के मुंह पर रख दिया। मैंने धीरे से एक अपना लंड अंदर किया। मामी की आवाज़ उनकी मुंह में पैंटी की वजह से रुक रही थी।
फिर मैंने स्पीड बढ़ा दी और मामी की पीठ पर झुक कर शॉट मारने लगा। मैंने अपने हाथ आगे किए और कंधों से मैक्सी को नीचे किया। मैंने मामी की ब्रा को अभी तक नहीं उतारा था, और हाथ आगे कर उनके चूचे पकड़ लिए। लंड से चूत बजाने के साथ ही मैं दोनों हाथों से उनके मम्मे दबा रहा था। नीचे मशीन चल रही थी ऊपर मामी की ठुकाई। मैंने गहरे शॉट मारने शुरू किए। मामी की चीखें बढ़ रही थी।
मामी ने कहा कि वो मुंह में मेरा लंड लेना चाहती थी। मैंने अपना लंड निकाला और मामी को घुटने के बल बिठाया। फिर उनकी मैक्सी को ऊपर करके निकाल दिया। मामी ने लंड मुंह में लिया, और चूसने लगी। मैं थोड़ा झुका और मामी की पीठ से ब्रा का हूक खोल दिया, और फिर मामी के चूचे आजाद कर दिए। मैंने मामी के बाल पकड़े और गले तक लंड घुसा दिया।
थोड़ी देर चूसने के बाद मैंने कहा कि खड़े हो जाओ और टांग फैलाओ। मामी खड़ी हुई और अपनी टांग फैला दी। उनकी बाल वाली बुर मेरे सामने थी। मैंने लंड डालने से पहले मामी की पैंटी पकड़ी और उनकी गीली चूत को पैंटी से रगड़ कर साफ किया। फिर से पैंटी मामी के मुंह में ठूस दी और लंड को चूत में डाल के मामी को चोदने लगा।
हम पसीने से तर-बतर हो चुके थे। थोड़ा चोदने के बाद मैंने मामी से कहा मेरा होने वाला था तो पानी कहां निकालूं।
मामी ने कहा: मेरा भी होने वाला है अभी मत झड़ना, साथ में झड़ेंगे और चूत में ही निकाल दो।
मैंने हामी भरी और स्पीड और गहरायी बढ़ा दी। मैं शॉट मारे जा रहा था, और मेरे हाथ मामी की पीठ को जकड़े हुए थे। मेरी छाती मामी के चूचे पिचका रही थी, और मेरे होंठ मामी के होंठ चूसे जा रहे थे। थोड़ी देर में हमारा शरीर अकड़ने लगा और मैंने अपना पानी मामी की चूत में गिरा दिया। मामी भी झड़ गयी और हम वाशिंग मशीन के ऊपर ही लेट गए।