मेरे बचपन का प्यार रूबी – भाग 12 – असली क्या और नक़ली क्या नक़ली

रूबी बोली, “सच पूछो विक्की तो असली चुदाई एक ही तरीके से होती है। औरत नीचे, चूतड़ों के नीचे तकिया, चूत को ऊपर उठाने के लिए।

मेरे बचपन का प्यार रूबी – भाग 11 – शनिवार के रात सेक्स टॉयज़ का धमाल

अगर कभी औरत की चूत गीली हो जाए और उसमें खुजली मच जाए तो जब तक वो चूत चुद ना जाये और झड़ ना जाए औरत को चैन नहीं लेने देती।

मेरे बचपन का प्यार रूबी – भाग 10 – धर्मपुर की सैर और सेक्स टॉयज

लड़कियों के मूतने की आवाज शररर्र फर्रर्रर्र में भी एक लय और संगीत होता है – सेक्सी संगीत। बड़े बड़े ब्रह्मचारियों का लंड खड़ा कर देता है।

मेरे बचपन का प्यार रूबी – भाग 9 – रूबी की ‘हां’ और और रितु की लंड चुसाई

दिन की रोशनी में गांड का छेद दिखाई दे रहा था। गुलाब की छोटी गोल पंखुड़ी जैसे रितु की गांड की छेद के किनारे कल रात की गांड चुदाई के कारण लाल हुए पड़े थे।