रजनी कि चुदाई उसीकी जुबानी-11 – हम करनाल में

“जिस तरह सरोज हम लोगों की चूतें चाट रही थी,और हमारी गांड में उंगली डाल कर गोल गोल घुमा रही थी, लग ही रहा था की सेक्स का पूरा मजा लेने में विश्वास रखती है”

मुझे तुमसे प्यार है मामा | ट्रिपल धमाल

मामा ने इसके बाद मेरी गांड का उदघाटन भी कर डाला. अब वो मुझे दोनों तरफ से बजाते थे. मुझे भी बिना चुदे चैन नहीं मिलता था. मेरी चूत लंड-लंड करने लगी थी.

रजनी की चुदाई उसीकी जुबानी-10

चुदाई की आवाजें भी सुनी जा सकती थी फच….. फच…… फच….. । गीली चूत पर लंड का अंतिम सिरा टकराता था तो आवाज़ आती थी फच….. फच….. फच…।

रजनी की चुदाई उसीकी जुबानी-9

“चुदाई का हर एक का अपना अपना तरीका है – मगर मकसद एक ही है मजे देना और मजे लेना “। तो पढ़िए एक मज़ेदार चुदाई की कहानी और आनंद लीजिये।